Description
हिन्दी भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में विलोम शब्द कई प्रकार से महत्त्वपूर्ण कहे जा सकते हैं। ‘विलोम’ का अर्थ है विपरीत या उल्टा, अतः जिन शब्दों के द्वारा परस्पर विपरीत अर्थ की व्यंजना होती है उन्हें विलोमार्थी अथवा विपरीतार्थक शब्द के रूप में स्वीकार किया जाता है। विलोम शब्द सदैव सजातीय ही होते हैं अर्थात् संज्ञा का विलोम संज्ञा शब्द, सर्वनाम का विलोम सर्वनाम शब्द, विशेषण का विलोम विशेषण शब्द, क्रिया का विलोम क्रियापद तथा क्रियाविशेषण का विलोम क्रियाविशेषण होता है।विलोम शब्दों का निर्माण अनेक प्रकार से होता है तथा प्रसंगानुसार उपयुक्त विलोमार्थी शब्दों का प्रयोग भाषिक सौन्दर्य एवं प्रतिपाद्य विषय की बोधग्म्यता को संवर्द्धित करता है।