हममें से अधिकांश लोग ज़रूरत से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ख़रà¥à¤š कर बैठते हैं। लेकिन हम इस बारे में कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं करते हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमें लगता है कि ख़रà¥à¤š कम करने से जीवन में आनंद कम हो जाà¤à¤—ा। रिचरà¥à¤¡ टेंपलर हमें यह बताते हैं कि ख़रà¥à¤š कम करने का मतलब सà¥à¤– में कमी आ जाना नहीं है। ट