Us paar ki shaam Meeraji sanchyan
Author | Sheen kaaf nizam (Urdu se Lipyanran Brijesh Ambar ) |
Language | Hindi |
Publisher | Setu Prakashan |
Pages | 194 |
ISBN | 978-93-89830-77-4 |
Book Type | Hardbound |
Item Weight | 0.28 kg |
Dimensions | 129 x 198 mm |
Edition | 1st |
Us paar ki shaam Meeraji sanchyan
About Book
विद्यापति से चार्ल्स बॉदलियर तक की कविता पर लिखने वाला उर्दू तो क्या हिन्दी में कोई कवि नजर नहीं आता, मीराजी के सिवाय।
-अशोक वाजपेयी
मीराजी एक तरह के रहस्य और किंवदन्ती पुरुष रहे हैं। उनका जीवन, नवाचार और प्रश्नवाची आधुनिकता उनके प्रति आकर्षित करती रही है। उर्दू शायरी और तहरीर का जरूरी नाम है मीराजी, जो अपने समय से बहुत आगे की रचना करते हैं। यह संचयन उनके लिखे की बानगी है, उनके महत्वपूर्ण लेखन का वह दस्तावेज जो हिन्दी में दुर्लभ है। ये विशेष इस लिए भी है कि इसे उर्दू के प्रतिष्ठित कवि शीन काफ़ निजाम ने तैयार किया है। ये एक प्रतिष्ठित शायर की नजर से दूसरे शायर पर डाली गई निगाह है। एक दुर्लभ दस्तावेज जो आगे की पीढ़ियों को उर्दू शायरी और साहित्य के मर्म से रूबरू करवाएगा। मीराजी की कविता और गद्य का यहाँ युवा लेखक बृजेश अम्बर ने उर्दू से लिप्यन्तरण किया है। हमें विश्वास है कि यह संचयन हमें मीराजी के सृजन, कल्पना और जिज्ञासा के वितान से बेहतर परिचित कराने में समर्थ होगा।
About Author
26 नवम्बर, 1945 को जोधपुर में पैदा हुए शीन काफ़ निजाम ने शाइरी के साथ-साथ आलोचना, शोध और सम्पादन में भी उल्लेखनीय कार्य किया है। जिसके लिए उन्हें साहित्य अकादेमी पुरस्कार, राष्ट्रीय इक़बाल सम्मान, भारतीय भाषा संस्थान द्वारा भाषा-भारती सम्मान, बेगम अख़्तर ग़जल सम्मान तथा राजस्थान उर्दू अकादेमी का सर्वोच्च 'महमूद शीरानी सम्मान' से सम्मानित किया गया है।
आपकी शाइरी के प्रकाशित संग्रहों में 'दश्त में दरिया', 'साया कोई लम्बा न था','सायों के साये में', 'रास्ता ये कहीं नहीं जाता' और 'गुमशुदा दैर की गूंजती घण्टियाँ' देवनागरी में, तथा 'नाद', 'बयाजे खो गयी है' और 'गुमशुदा दैर की गूंजती घण्टियाँ उर्दू में उल्लेखनीय हैं।
'लफ़्ज़ दर लफ़्ज़' और 'मानी दर मानी' आलोचनात्मक और विवेचनात्मक पुस्तकों के अलावा 'ग़ालिबियत और गुप्ता रिजा' (माहिरेगालिबियात स्व. अल्लामा कालीदास गुप्ता 'रिजा') और 'भीड़ में अकेला' (स्व. मयूर सईदी पर केन्द्रित) के सम्पादन के साथ उर्दू की साहित्यिक पत्रिकाओं का भी सम्पादन किया है।
नन्दकिशोर आचार्य के साथ उर्दू कवियों का संचयन और सम्पादन के साथ-साथ हिन्दी तथा राजस्थानी का उर्दू एवं उर्दू साहित्य का हिन्दी में अनुवाद और लिप्यन्तरण भी किया है।
- Sabr– Your order is usually dispatched within 24 hours of placing the order.
- Raftaar– We offer express delivery, typically arriving in 2-5 days. Please keep your phone reachable.
- Sukoon– Easy returns and replacements within 7 days.
- Dastoor– COD and shipping charges may apply to certain items.
Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.
Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.
You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.