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Udaas Logon Ka Hona Bahut Zaruri Hai

Rs. 199 Rs. 159

About Book प्रस्तुत किताब 'रेख़्ता हर्फ़-ए-ताज़ा’ सिलसिले के तहत प्रकाशित युवा शाइर तर्कश प्रदीप का ताज़ा काव्य-संग्रह है| यह किताब देवनागरी लिपि में प्रकाशित हुई है और पाठकों के बीच ख़ूब पसंद की गई है| About Author तर्कश प्रदीप उर्दू एवं पंजाबी हल्क़े में बतौर रंगकर्मी, अनुवादक एवं शाइ'र सक्रिय... Read More

Description

About Book

प्रस्तुत किताब 'रेख़्ता हर्फ़-ए-ताज़ा’ सिलसिले के तहत प्रकाशित युवा शाइर तर्कश प्रदीप का ताज़ा काव्य-संग्रह है| यह किताब देवनागरी लिपि में प्रकाशित हुई है और पाठकों के बीच ख़ूब पसंद की गई है|

About Author

तर्कश प्रदीप उर्दू एवं पंजाबी हल्क़े में बतौर रंगकर्मी, अनुवादक एवं शाइ'र सक्रिय हैं| उनका जन्म 24 सितम्बर, 1984 को गाँव ख़ैरपुर, पंजाब में हुआ| वर्तमान में वे राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, दिल्ली में सहायक प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत हैं|

    Udaas Logon Ka Hona Bahut Zaruri Hai

    About Book

    प्रस्तुत किताब 'रेख़्ता हर्फ़-ए-ताज़ा’ सिलसिले के तहत प्रकाशित युवा शाइर तर्कश प्रदीप का ताज़ा काव्य-संग्रह है| यह किताब देवनागरी लिपि में प्रकाशित हुई है और पाठकों के बीच ख़ूब पसंद की गई है|

    About Author

    तर्कश प्रदीप उर्दू एवं पंजाबी हल्क़े में बतौर रंगकर्मी, अनुवादक एवं शाइ'र सक्रिय हैं| उनका जन्म 24 सितम्बर, 1984 को गाँव ख़ैरपुर, पंजाब में हुआ| वर्तमान में वे राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, दिल्ली में सहायक प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत हैं|