SHUNYA KI TAUHEEN
Author | ASHAR NAJMI, (ED. RIZWANUDDIN FAROOQI) |
Language | Hindi |
Publisher | Setu Prakashan |
Pages | 152 |
ISBN | 9788119899258 |
Item Weight | 0.0 kg |
Edition | First |
SHUNYA KI TAUHEEN
शून्य की तौहीन एक ऐसा उपन्यास है जो भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे विकट समस्या से हमें रूबरू कराता है। अशअर नज्मी के इस उपन्यास की केन्द्रीय चिन्ता यह है कि व्यक्ति स्वातंत्र्य को कैसे सुनिश्चित किया और अक्षुण्ण रखा जाए, जिस पर नित हमले हो रहे हैं। ऐसे हमलों से उपजा आतंक पूरे उपन्यास में तारी रहता है। यों तो सत्ताधीशों, पुलिस और नौकरशाही तथा धर्मसत्ता और समाज के सामन्ती ढाँचे आदि की तरफ से नागरिक आजादी को कुचलने की कोशिशें बराबर होती रही हैं, लेकिन पिछले कुछ दशकों से यह दमन सबसे ज्यादा धर्म के नाम पर हुआ है। इसका सबसे व्यवस्थित और चरम रूप पाकिस्तान के ईशनिन्दा विरोधी कानून में दीखता है। मज़हबी भावनाएँ उकसाकर बनाये गये।
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