Purbi Bayar
Earn Popcoins
Author | Sanjeev |
Language | Hindi |
Publisher | Setu prakashan |
Pages | 200 |
ISBN | 978-93-92228-55-1 |
Book Type | Hardbound |
Item Weight | 0.304 kg |
Dimensions | 129 x 198 mm |
Edition | 1st |
Purbi Bayar
About Book
पुरबिया के जनक माने जाने वाले महेन्दर मिसिर अपने जीवनकाल में ही किंवदन्ती पुरुष बन गये थे। इन किवदन्तियों में अनेक सच्ची-झूठी घटनाएँ हैं, अफवाह हैं, सच्चाई है और भी बहुत कुछ... साथ ही है हमारा सन्निकट इतिहास। ऐसे ऐतिहासिक चरित्रों में, जहाँ इतिहास, अफवाह, झूठ-सच सब घुलमिल जाते हैं. उन्हें अपनी रचना का आधार बनाना एकटेढी खीर है साथ ही बेहद जोखिम भरा भी...
उपन्यासकार ने 'सत्य के गिर्द लताओं की तरह लिपटी अनेक कथाओं में अक्सर उलझती' कथा को विवेकपूर्ण तार्किकता से बुना है। इस कथा में महेन्दर के साथ दूसरे चरित्र भी बहुत शक्ति और लेखकीय विश्वास के साथ आए हैं।
कथाकार संजीव ने 'पुरबी बयार' में इस कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य को बेहद संजीदगी और अनायासता से सम्भव किया है। कथा की सम्भाव्यता का कारण भाषा का अविकल प्रवाह है। खड़ीबोली भोजपुरी लहजे से सम्पृक्त होकर कथा परिवेश को और व्यंजक बना देती है।
पाठक शुरू से आखिर तक भाषा और कथा रस में आप्लावित रहता है।
About Author
संजीव
जन्म : 6 जुलाई, 1947, सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) के बाँगरकलाँ गाँव में।
कार्यक्षेत्र : 38 वर्षों तक रासायनिक प्रयोगशाला में कार्य करने के बाद स्वतंत्र लेखन, 7 वर्षों तक हंस समेत अनेक पत्रिकाओं के संपादन एवं स्तंभलेखन का कार्य। अपने शोधपरक लेखन व वर्जित विषयों पर लिखे गये साहित्य के लिए ख्यात। लगभग 150 कहानियाँ व 14 उपन्यास प्रकाशित।
प्रमुख कृतियाँ : तीस साल का सफरनामा, आप यहाँ हैं, भूमिका और अन्य कहानियाँ, दुनिया की सबसे हसीन औरत, प्रेतमुक्ति, प्रेरणास्त्रोत और अन्य कहानियाँ, ब्लैक होल, खोज, दस कहानियाँ, गति का पहला सिद्धांत, गुफा का आदमी, आरोहण (कहानी संग्रह); किशनगढ़ के अहेरी, सर्कस, सावधान ! नीचे आग है, धार, पाँव तले की दूब, जंगल जहाँ शुरू होता है, सूत्रधार, आकाश चम्पा, अहेर, फाँस, प्रत्यंचा, मुझे पहचानो और पुरबी बयार (उपन्यास), रानी की सराय (किशोर उपन्यास), डायन और अन्य कहानियाँ (बाल-साहित्य)।
पुरस्कार : कथाक्रम सम्मान, अन्तरराष्ट्रीय इंदु शर्मा सम्मान, भिखारी ठाकुर सम्मान, पहल सम्मान, सुधा-स्मृति सम्मान, इफको का श्री लाल शुक्ल स्मृति साहित्य सम्मान।
- Over 27,000 Pin Codes Served: Nationwide Delivery Across India!
- Upon confirmation of your order, items are dispatched within 24-48 hours on business days.
- Certain books may be delayed due to alternative publishers handling shipping.
- Typically, orders are delivered within 5-7 days.
- Delivery partner will contact before delivery. Ensure reachable number; not answering may lead to return.
- Study the book description and any available samples before finalizing your order.
- To request a replacement, reach out to customer service via phone or chat.
- Replacement will only be provided in cases where the wrong books were sent. No replacements will be offered if you dislike the book or its language.
Note: Saturday, Sunday and Public Holidays may result in a delay in dispatching your order by 1-2 days.
Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.
Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.
You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.