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MAUNRAAG

MAHESH ELKUNCHAWAR TRANS. BY NISHIKANT THAKAR

Rs. 325

About the Book:मौनराग विख्यात नाटककार महेश एलकुंचवार के ललित निबन्धों का अनन्य संग्रह है। महेश जी का अनुभव है कि ललित निबन्ध लिखने के लिए सर्वोत्तम समय जीवन का उत्तरार्द्ध है।About the Author:भारतीय रंगमंच के श्रेष्ठतम नाटककारों में महेश एलकुंचवार कइ गणना होती है। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पारवा... Read More

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About the Book:
मौनराग विख्यात नाटककार महेश एलकुंचवार के ललित निबन्धों का अनन्य संग्रह है। महेश जी का अनुभव है कि ललित निबन्ध लिखने के लिए सर्वोत्तम समय जीवन का उत्तरार्द्ध है।

About the Author:
भारतीय रंगमंच के श्रेष्ठतम नाटककारों में महेश एलकुंचवार कइ गणना होती है। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पारवा देहात में उनका जन्म 9 अक्टूबर 1939 को हुआ। उन्होंने नाटक के अलावा पटकथा लेखन, निबन्ध लेखन, ललित गद्य लेखन भी किया है।
Description

About the Book:
मौनराग विख्यात नाटककार महेश एलकुंचवार के ललित निबन्धों का अनन्य संग्रह है। महेश जी का अनुभव है कि ललित निबन्ध लिखने के लिए सर्वोत्तम समय जीवन का उत्तरार्द्ध है।

About the Author:
भारतीय रंगमंच के श्रेष्ठतम नाटककारों में महेश एलकुंचवार कइ गणना होती है। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पारवा देहात में उनका जन्म 9 अक्टूबर 1939 को हुआ। उन्होंने नाटक के अलावा पटकथा लेखन, निबन्ध लेखन, ललित गद्य लेखन भी किया है।

Additional Information
Title

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Publisher Setu Prakashan Pvt. Ltd.
Language Hindi
ISBN 9789395160773
Pages 184
Publishing Year 2023

MAUNRAAG

About the Book:
मौनराग विख्यात नाटककार महेश एलकुंचवार के ललित निबन्धों का अनन्य संग्रह है। महेश जी का अनुभव है कि ललित निबन्ध लिखने के लिए सर्वोत्तम समय जीवन का उत्तरार्द्ध है।

About the Author:
भारतीय रंगमंच के श्रेष्ठतम नाटककारों में महेश एलकुंचवार कइ गणना होती है। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पारवा देहात में उनका जन्म 9 अक्टूबर 1939 को हुआ। उन्होंने नाटक के अलावा पटकथा लेखन, निबन्ध लेखन, ललित गद्य लेखन भी किया है।