Main Tilak Bol Raha Hoon PB
Author | Giriraj Sharan |
Language | Hindi |
Publisher | Prabhat Prakashan Pvt Ltd |
ISBN | 978-9350480793 |
Book Type | Paperback |
Item Weight | 0.2 kg |
Edition | 1st |
Main Tilak Bol Raha Hoon PB
भारत माँ के अमर सपूत लोकमान्य बालगंगाधर तिलक एक संघर्षशील राजनेता थे। उन्होंने मृतप्राय भारतीय समाज को संघर्ष करने की प्रेरणा दी। इस संघर्ष से एक नए समाज का उदय हुआ, एक नए युग का आरंभ हुआ। स्वराज्य उनके लिए धर्म था, स्वराज्य उनके लिए जीवन था। स्वदेशी आंदोलन के लिए उन्होंने गणपति महोत्सव शुरू किया, भारतीयों को विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए तैयार किया।कोरे आदर्शवाद से लोकमान्य का संपर्क नहीं था। उन्होंने व्यावहारिक विषयों पर व्यावहारिक दृष्टिकोण से चिंतन किया। उनका चिंतन उनके कार्यों का आधार बना। लोकमान्य तिलक तत्कालीन शिक्षा-प्रणाली से पूर्णत: असंतुष्ट थे। तिलक चाहते थे कि हमारी शिक्षा-प्रणाली स्वतंत्र देश के समान हो। उन्होंने राष्ट्रीय एकता के लिए मातृभाषा के माध्यम से शिक्षा दिए जाने पर जोर दिया।तिलक अपने तेज से एक पूरे युग को नई आभा से मंडित कर गए। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता-आंदोलन को केवल प्रेरणा ही नहीं दी, वरन् संघर्ष करने की एक निश्चित योजना भी दी।ऐसे अमर साधक, कर्मयोगी, राष्ट्ररक्षक और सत्य के प्रतिपालक लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की विचारधारा से अपने देश की युवा पीढ़ी को परिचित कराने और प्रेरित करने का मंगलकारी संकल्प लेकर तैयार किया गया प्रस्तुत संकलन युवा पीढ़ी को समर्पित है।______________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________विषय-क्रमबुद्ध —Pgs. 76स्वराज्य के उद्घोषक —Pgs. 7बुद्ध और ईसा —Pgs. 76लोकमान्य बालगंगाधर तिलक —Pgs. 11बुद्धि —Pgs. 77मैं तिलक बोल रहा हूँ —Pgs. 29बुद्धि और मन —Pgs. 80अंग्रेज —Pgs. 29बौद्ध तथा ईसाई धर्म —Pgs. 80अंग्रेजी शिक्षा —Pgs. 29बौद्धधर्म —Pgs. 80अंग्रेजी सरकार —Pgs. 29ब्रह्मचर्य —Pgs. 80अंग्रेजों से —Pgs. 30भक्ति —Pgs. 81अंतःकरण —Pgs. 30भक्तिमार्ग —Pgs. 81अधिकार —Pgs. 30भय —Pgs. 82अधिकारी —Pgs. 31भाग्य —Pgs. 82अपने विषय में —Pgs. 31भारत —Pgs. 82अभय-वचन —Pgs. 32भारत में स्वशासन —Pgs. 83अमृत बाजार पत्रिका —Pgs. 32भारतीय —Pgs. 83असंतोष —Pgs. 33भारतीय कृषि —Pgs. 85अस्पृश्यता —Pgs. 33भारतीय धर्म-सिद्धांत —Pgs. 86अहंकार —Pgs. 34भारतीय नेता —Pgs. 86अहिंसा का पालन —Pgs. 34भारतीय साहित्य —Pgs. 86आचरण —Pgs. 34भावना की भाषा —Pgs. 87आतंकवाद —Pgs. 35भाषा —Pgs. 87आत्मनिर्भर —Pgs. 35भूलें —Pgs. 87आत्मा —Pgs. 35मजदूर किसान —Pgs. 87आलसी —Pgs. 36मद्यनिषेध —Pgs. 88आलस्य —Pgs. 36मन —Pgs. 89आलोचना —Pgs. 36मनुष्य —Pgs. 89इंद्रिय-निग्रह —Pgs. 37मनोदेवता —Pgs. 89इंद्रियाँ —Pgs. 37माँग —Pgs. 89ईश्वर पर विश्वास —Pgs. 37मातृभाषा —Pgs. 90उत्तरदायी सरकार —Pgs. 38मानव-प्रकृति —Pgs. 91उत्सव —Pgs. 38मूर्ख —Pgs. 91उदारवाद-उग्रवाद —Pgs. 39मैक्समूलर —Pgs. 91उदारवादी-उग्रवादी —Pgs. 39मोक्ष —Pgs. 91उदारवादी सरकार —Pgs. 39मोक्ष और कामना —Pgs. 91उद्बोधन —Pgs. 40युवक —Pgs. 92उपदेश —Pgs. 40राजा —Pgs. 92उपनिषद् —Pgs. 40राज्य-सत्ता —Pgs. 92एकता —Pgs. 40राष्ट्र —Pgs. 93औद्योगिक शिक्षा —Pgs. 41राष्ट्रभाषा —Pgs. 93कठिनाइयाँ —Pgs. 41राष्ट्रीय विद्यालय —Pgs. 94कर —Pgs. 41लक्ष्य —Pgs. 94कर्जन —Pgs. 41लघु उद्योग —Pgs. 95कर्तव्य-अकर्तव्य —Pgs. 42लाला लाजपतराय —Pgs. 95कर्तव्य-पथ —Pgs. 42लिपि —Pgs. 95कर्ता —Pgs. 42लोक-संग्रह —Pgs. 96कर्म —Pgs. 42बजट —Pgs. 96कर्मचारी —Pgs. 44वर्ण —Pgs. 96कर्मफल —Pgs. 45वर्ण-व्यवस्था —Pgs. 97कर्मयोग —Pgs. 45विकेंद्रीकरण —Pgs. 97कष्ट —Pgs. 46विचार —Pgs. 97कष्टभोग —Pgs. 46विदेशी —Pgs. 97कष्ट सहन —Pgs. 46विदेशीपन —Pgs. 98कांग्रेस —Pgs. 47विदेशी भाषा —Pgs. 98कानून —Pgs. 47विपत्तियाँ —Pgs. 98काल की मर्यादा —Pgs. 48विद्यार्थी और राजनीति —Pgs. 99किसान —Pgs. 48विद्रोह करें —Pgs. 99कृषि-नीति —Pgs. 48विरोध —Pgs. 99क्रोध —Pgs. 48विवेकानंद —Pgs. 100क्षत्रिय —Pgs. 49विश्वास —Pgs. 100गति —Pgs. 49विषय —Pgs. 100गीता —Pgs. 49वीर —Pgs. 100गीता और महाभारत —Pgs. 51वीरपूजा —Pgs. 101गीता का तात्पर्य —Pgs. 52वेदांग और योग —Pgs. 101गीता धर्म —Pgs. 52वैदिक धर्म —Pgs. 101गीताध्ययन —Pgs. 52व्यवस्था —Pgs. 102गीता-रहस्य —Pgs. 53व्यवस्थापक —Pgs. 102गुप्तचर —Pgs. 53शक्ति —Pgs. 102गोपालकृष्ण गोखले —Pgs. 53शक्तिशाली —Pgs. 103ग्रंथ-परीक्षा —Pgs. 54शब्द —Pgs. 103ग्रामीण प्रशासन —Pgs. 55शरीर —Pgs. 103चिकित्सा —Pgs. 55शासक —Pgs. 104जनता —Pgs. 55शासक/जनता —Pgs. 104जनता के सेवक —Pgs. 56शासक-शासित —Pgs. 104जनता से —Pgs. 56शासन-प्रणाली —Pgs. 105जनमत —Pgs. 57शासन-शासक —Pgs. 105जनहित —Pgs. 57शास्त्रीय पद्धति —Pgs. 105जमशेदजी टाटा —Pgs. 58शिक्षा —Pgs. 106जागरूकता —Pgs. 58शिक्षा का माध्यम —Pgs. 107जाति —Pgs. 59शिक्षा-प्रणाली —Pgs. 108जिज्ञासा —Pgs. 59शिक्षित वर्ग —Pgs. 108ज्ञान —Pgs. 59शिक्षितों से —Pgs. 108डोमिनियन स्टेट्स —Pgs. 60शिवाजी —Pgs. 108थियोसॉफिस्ट —Pgs. 60शिवाजी-उत्सव —Pgs. 109थियोसॉफी —Pgs. 60शिशिरकुमार घोष —Pgs. 111दंड —Pgs. 60शिष्टाचार —Pgs. 112दादाभाई नौरोजी —Pgs. 61श्रद्धा —Pgs. 112दान —Pgs. 61श्रद्धा-भक्ति —Pgs. 113दुःख —Pgs. 61संकल्प —Pgs. 113दुःख-सुख —Pgs. 61संकल्प-शक्ति —Pgs. 113देवनागरी —Pgs. 61संगठन —Pgs. 114देवियाँ —Pgs. 62संन्यास-मार्ग —Pgs. 114देशभक्त —Pgs. 62संस्था —Pgs. 114धनी —Pgs. 62सज्जन —Pgs. 115धर्म —Pgs. 63सज्जनता —Pgs. 115धर्म और सत्य —Pgs. 64सत्य —Pgs. 115धार्मिक शिक्षा —Pgs. 64सत्याग्रही —Pgs. 116नरम-गरम दल —Pgs. 65सदसद्विवेचन —Pgs. 116नाम —Pgs. 65समबुद्धि —Pgs. 116नायक —Pgs. 65समय —Pgs. 118नित्यधर्म —Pgs. 65समर्थन —Pgs. 118निर्बल —Pgs. 66सरकार —Pgs. 118निष्ठा —Pgs. 66सरकार की आलोचना —Pgs. 119नीति —Pgs. 66सरकारी कार्य-प्रणाली —Pgs. 119नीतिशास्त्र —Pgs. 66सांप्रदायिकता —Pgs. 119नेता —Pgs. 66साहस —Pgs. 120नौकरशाही —Pgs. 67सुख —Pgs. 120न्यायाधीश —Pgs. 67सुख-दुःख —Pgs. 121पत्नी का वियोग —Pgs. 68सुनागरिक —Pgs. 121पत्रकार —Pgs. 68सेवा —Pgs. 122पत्रकारिता —Pgs. 68स��थितप्रज्ञ —Pgs. 122परतंत्रता —Pgs. 68स्मारक —Pgs. 122पराधीन भारत —Pgs. 70स्वतंत्रता —Pgs. 123परिस्थिति —Pgs. 70स्वतंत्रता की इच्छा —Pgs. 123परोपकार —Pgs. 70स्वदेशी —Pgs. 123पाप —Pgs. 71स्वदेशी-आंदोलन —Pgs. 124पूर्वजों की स्मृति —Pgs. 71स्वदेशीवाद —Pgs. 124प्रकृति —Pgs. 71स्वदेशी शासक —Pgs. 124प्रतिनिधि —Pgs. 72स्वराज्य —Pgs. 125प्रतीक —Pgs. 72स्वराज्य-कामना —Pgs. 130प्रयास —Pgs. 73स्वराज्य की माँग —Pgs. 130प्रश्न —Pgs. 73स्वराज्य-प्राप्ति —Pgs. 130प्राचीन शासन-व्यवस्था —Pgs. 74स्वशासन —Pgs. 131प्रेस की स्वतंत्रता —Pgs. 74स्वहित —Pgs. 133फलभोग —Pgs. 74हमारा कर्तव्य —Pgs. 133फिरोजशाह मेहता —Pgs. 74हरबर्ट स्पेंसर —Pgs. 134बंगाल का विभाजन —Pgs. 75हिंदू-धर्म —Pgs. 134बहिष्कार —Pgs. 75हिंसा —Pgs. 135बात —Pgs. 76होमरूल —Pgs. 136बाधा न पहुँचाएँ —Pgs. 76विविध —Pgs. 139
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