Jharkhand Samanya Gyan
Item Weight | 262 Grams |
ISBN | 978-9351866848 |
Author | Manish Ranjan |
Language | Hindi |
Publisher | Prabhat Prakashan |
Book Type | Hardbound |
Publishing year | 2016 |
Return Policy | 5 days Return and Exchange |

Jharkhand Samanya Gyan
बिहार राज्य से पृथक् राज्य बने झारखंड के गठन में सुविधा-वितरण असमानताओं का बड़ा हाथ रहा। पृथक् झारखंड की माँग 19वीं शताब्दी के प्रारंभ से ही होने लगी थी, जबकि उस समय भारत अंग्रेजी शासन के अधीन था। सौ साल तक चला यह आंदोलन पृथक् राज्य के गठन के लिए विश्व में सबसे अधिक अवधि तक चलनेवाला आंदोलन रहा। जनजातीय बहुल झारखंड वैसे तो प्राकृतिक संपदाओं से भरपूर है, लेकिन शिक्षा के अभाव ने इस क्षेत्र को बहुत समय तक विकास की मुख्यधारा से दूर रखा। अपने अस्तित्व को बचाने और अपने अधिकारों को प्राप्त करने में झारखंड का आंदोलन और भी विशेष हो जाता है। जनजातियों का दमन और शोषण रोकने के लिए झारखंड की भूमिका पर ऐसे अनेक आंदोलन हुए, जो अठारहवीं शताब्दी के प्रारंभ से ही हो रहे थे। इन आंदोलनों में यहाँ की जनजातियों ने क्या कुछ सहा और देखा, इसकी कल्पना करना भी कठिन है। आज झारखंड पृथक् राज्य बनकर विकास के पथ पर अग्रसर है।प्रस्तुत पुस्तक 'झारखंड सामान्य ज्ञान' में झारखंड की भौगोलिक स्थिति, खनिज-संपदा, राजनीतिक-साम��जिक स्थिति पर सम्यक् जानकारी जुटाई गई, जो पाठकों के लिए अनेक रूपों में उपयोगी सिद्ध होगी।______________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________अनुक्रम भूमिका — 7झारखंड में 34वें राष्ट्रीय खेल — 2491. झारखंड का इतिहास — 15-45झारखंड के प्रमुख क्रीड़ास्थल — 253पुराकालीन इतिहास — 15झारखंड के खेल विभूति — 255मध्यकालीन इतिहास — 18स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स, लॉस एंजेलिस — 257आधुनिक काल — 248. जमीन संबंधी कानून — 259-292झारखंड के प्रमुख विद्रोह एवं आंदोलन — 29छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम, 1908 — 259झारखंड के ऐतिहासिक घटनाक्रम — 37संताल परगना भूधारण (अनुपूरक उपबंध) अधिनियम, 1949 — 279झारखंड में स्वतंत्रता आंदोलन — 41अन्य राज्यों के भूमि संबंधी कानून — 292झारखंड राज्य निर्माण के बाद का घटनाक्रम — 459. 1947 से राज्य में आर्थिक विकास — 295-331विभिन्न शासन व्यवस्थाएँ — 45झारखंड : भौगोलिक स्थिति — 2952. झारखंड आंदोलन — 63-90झारखंड की जलवायु — 301झारखंड के सदान — 63झारखंड की प्रमुख नदियाँ — 304झारखंड में राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम — 66प्रमुख जलप्रपात, झील और बाँध — 309झारखंड के स्वतंत्रता सेनानी — 72झारखंड में बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएँ — 312झारखंड के विभूति — 78झारखंड की सतही मिट्टी — 315आधुनिक झारखंड का गठन — 83खान एवं खनिज — 316झारखंड आंदोलन के संगठन — 90परिवहन एवं संचार — 3243. झारखंड की विशिष्ट पहचान — 92-18210. झारखंड की नीति — 333-421सामाजिक संरचनात्मक अवलोकन — 93औद्योगिक नीति — 335झारखंड की जनजातियाँ — 95विस्थापन एवं पुनर्वास नीति — 359विभिन्न वैवाहिक परंपराएँ — 117प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास नीति, 2009 — 372प्रमुख पर्व एवं त्योहार — 121झारखंड में स्थानीयता नीति — 379झारखंड के प्रमुख मेले — 126झारखंड में खाद्य सुरक्षा अधिनियम — 380राजनीतिक स्थिति — 133सेवा का अधिकार कानून, 2011 — 383झारखंड का शासन और प्रशासन — 134अन्य महत्त्वपूर्ण नीतियाँ — 386मुख्यमंत्री एवं मंत्रिपरिषद् — 138भूमि बैंक — 421विधानसभा — 14011. झारखंड का औद्योगिक विकास — 430-436न्यायपालिका — 142झारखंड के प्रमुख उद्योग-धंधे — 430महाधिवक्ता — 144वृहद् उद्योग — 432लोकायुक्त — 144झारखंड में औद्योगिक विकास — 436झारखंड की प्रशासनिक इकाई — 16312. योजनाएँ — 440-459आर्थिक स्थिति — 16313. वन और वन्य जंतु — 460-470पर्यटन में अपार संभावनाएँ — 177वन एवं वनों के प्रकार — 460धार्मिक विशिष्टताएँ एवं पहचान — 182वन संपदा — 4644. झारखंड का लोक साहित्य — 186-207वन प्रबंधन — 466लोक साहित्य — 186वन्य जीव-जंतु एवं संरक्षण — 468पारंपरिक कला — 187प्रमुख उद्यान एवं अभयारण्य का विवरण — 470लोक संगीत — 19114. पर्यावरण — 474-484झारखंड के लोक नृत्य — 193प्रदूषण — 475झारखंड के प्रमुख वाद्य-यंत्र — 201जलवायु परिवर्तन — 482झारखंड के दर्शनीय स्थल — 207पर्यावरण संरक्षण — 4835. झारखंड का साहित्य व साहित्यकार — 222-23015. आपदा प्रबंधन — 488-493नागपुरी साहित्य — 222• झारखंड में विभिन्न आपदाएँ — 489खोरठा साहित्य — 224• झारखंड में आपदा प्रबंधन — 493पंचपरगनिया साहित्य — 22416. समसामयिकी — 501-521कुरमाली साहित्य — 225• समसामयिक घटनाएँ — 501संथाली साहित्य — 226• पुरस्कार व सम्मान — 514उराँव या कुडुख साहित्य — 227• झारखंड का आर्थिक सर्वेक्षण 2016-17 — 517मुंडारी साहित्य — 228• झारखंड बजट, 2017-18 — 521हो साहित्य — 229• विविध तथ्य — 535खडि़या साहित्य — 23017. संप्रति झारखंड — 541-569हिंदी साहित्य एवं साहित्यकार — 23018. झारखंड का सांख्यिकीय उपस्थापन — 560-5736. शिक्षण संस्थान — 235-24119. झारखंड प्रश्नावली — 574-646झारखंड शिक्षा के क्षेत्र में — 235परिशिष्ट - 1 — 647-657झारखंड के प्रमुख विश्वविद्यालय — 238परिशिष्ट - 2 — 658-660झारखंड के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान — 239परिशिष्ट - 3 — 661-6657. झारखंड में खेलकूद — 245-257परिशिष्ट - 4 — 666-669भूमिका — 245परिशिष्ट - 5 — 670-671झारखंड खेल नीति, 2007 — 246
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