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सोशल मीडिया का दौर चरम पर है। जो फेसबुक, ट्विटर और ह्वाट्स एप कभी मित्रता और नेटवर्किंग बढ़ाने के साधन समझे जाते थे, वे अब राजनीतिक विचारधारा का टूल बन गए हैं। जिसका सबसे बुरा शिकार हो रहा है इतिहास, जिसकी मर्जी में जो आ रहा है, अपने राजनीतिक फायदे के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़कर उसे गलत मंशा से सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर शेयर कर रहा है। ऐसे में खासी दिक्कत उस आम आदमी के लिए हो गई है, जिसने यह इतिहास कभी किसी किताब में पढ़ा नहीं, लेकिन प्रतिष्ठित लोग उसे शेयर करें तो उसे सच मान लेता है, वहीं कोई दूसरा प्रतिष्ठित व्यक्ति उसे गलत साबित करता है तो ऐसे में सच क्या है? जरूरी था कि इस दिशा में प्रयास हों और ऐतिहासिक दावों की सच्चाई बताई जा सके। आमतौर पर टीवी के वायरल सच बताने वाले कार्यक्रमों में किसी-न-किसी इतिहासकार के बयान से ही उसे सच या झूठ मान लिया जाता है, जबकि हो सकता है कि वह इतिहासकार खुद किसी विचारधारा का पोषक हो। यह किताब सही संदभों के साथ ऐतिहासिक विवादों की तह में जाकर सच जानने का एक प्रयास है, भले ही छोटा सा है।____________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________अनुक्रमभूमिका : इस किताब की जरूरत क्यों? —Pgs. 71. क्या व���कई में किसी जाट योद्धा ने कर दिया था मुगल बादशाह अकबर का दाह संस्कार? —Pgs. 152. क्यों जोड़ा जाता है नेहरू परिवार का नाम गियासुद्दीन गाजी से? —Pgs. 193. भगत सिंह और सावरकर को लेकर सोशल मीडिया में खिंचती रहती हैं तलवारें, जानिए दोनों के रिश्तों का सच —Pgs. 234. लंदन के म्यूजियम में शिवाजी के हथियार बघनख की वायरल खबर की पड़ताल...! —Pgs. 305. बाजीराव-मस्तानी के बाद क्या हुआ उनके बेटे का? मुसलिम बना या हिंदू मराठा? —Pgs. 346. हाँ...है भगत सिंह की फाँसी का वेलेंटाइन डे से नाता! —Pgs. 377. क्या बैरकपुर के लिए मंगल पांडे से भी बड़ा नायक है—बिंदी तिवारी, आर्मी मैस से जाता है तीन वक्त का खाना? —Pgs. 428. इमरजेंसी को संत विनोबा भावे ने 'अनुशासन पर्व' कहा था क्या? —Pgs. 469. क्या एयर इंडिया के प्लेन में चीनी पी.एम. के लिए लगा दिया गया था टाइम बम...? —Pgs. 5010. अपने आखिरी जन्मदिन पर सोने से तुले थे बोस, कहाँ गया बोस का वो खजाना...! —Pgs. 5411. बोस के खिलाफ चुनाव लड़ने की वजह से इतिहास के विलेन ही बन गए ये गांधीवादी नेता —Pgs. 5712. जब इंडिया में चे ग्वेरा का पड़ा था गाय और योगा से वास्ता...! —Pgs. 6013. कहानी इमरजेंसी की चीफ ग्लेमर गर्ल रुखसाना की, संजय गांधी की करीबी थी एक खान हीरो की सास —Pgs. 6414. कांग्रेस को पहली बार नेहरू-गांधी परिवार ने ही तोड़ा था! —Pgs. 6715. क्या पं. नेहरू के बाद कांग्रेस पर हावी हो गया था एक ताकतवर सिंडिकेट? इंदिरा को पी.एम. भी बनाया और पार्टी से भी निकाला —Pgs. 7116. आजादी से पहले इस क्रांतिकारी ने भी लिया था गांधीजी से 'बम थ्योरी' को लेकर पंगा —Pgs. 7817. 26 नवंबर, 1949 के दिन की दिलचस्प कहानी, वंदे मातरम् और हिंदी को लेकर किसने उठाए थे सवाल —Pgs. 8418. संविधान सभा में डाॅ. अंबेडकर ने जिन्हें 'सर' कहकर दिया था धन्यवाद, उन्हें देश ने भुला दिया —Pgs. 8919. क्या कांग्रेस को खत्म करना ही थी गांधीजी की आखिरी ख्वाहिश? —Pgs. 9420. अपने रोमांटिक रिश्तों को लेकर काफी बेबाक थे हरिवंश राय बच्‍चन, खुलकर लिखा था अपने पुराने रोमांटिक रिश्तों के बारे में? —Pgs. 9721. क्वीन विक्टोरिया के अंतिम संस्कार में शाही परिवार को मजबूरी में इस भारतीय को भी करना पड़ा था शामिल —Pgs. 10222. जिन्ना का ये राज सबको पता चल जाता तो रुक जाता देश का बँटवारा...! —Pgs. 10823. क्या वाकई नेहरूजी से उनकी पत्नी थीं नाराज, नेताजी बोस ने करवाया था कमला नेहरू का इलाज? —Pgs. 11124. दिल्ली में कहाँ दफन होने के लिए दो गज जमीन माँग रहे थे बहादुर शाह जफर? —Pgs. 11925. जब भारत की पहली मिस इंडिया को मोरारजी देसाई ने करवा दिया था गिरफ्तार...! —Pgs. 12226. मौर्यों से लेकर यादवों और ठाकरे तक, मुंबई के किंग कौन-कौन? कभी दहेज में भी दिया गया था मुंबई —Pgs. 12527. दाराशिकोह ही नहीं तमाम मुगल शहजादों का खून उनके अपनों ने ही बहाया था —Pgs. 12828. जब नेहरूजी की कैबिनेट ने सोमनाथ मंदिर के समारोह में राष्ट्रपति के जाने पर लगा दी थी रोक —Pgs. 13329. आर.एस.एस. ने सिखाया था अमरीश पुरी को अनुशासन? —Pgs. 13730. प्लेब्वॉय मैगजीन में पं. नेहरू और पेंट हाउस मैगजीन में राजीव गांधी के इंटरव्यू का वायरल सच —Pgs. 14031. रानी लक्ष्मीबाई को केवल एक अंग्रेज ने साक्षात् देखा, किताब में की खूबसूरती की तारीफ —Pgs. 14632. क्या नेहरू के बजाय पटेल को पी.एम. पद के लिए मिले थे ज्यादा वोट, जानिए देश के पहले पी.एम. के लिए गांधीजी के वीटो का सच —Pgs. 15033. जब आपसी झगड़े में एक पेशवा का हुआ था कत्ल और दूसरे को करने पड़ी आत्महत्या...! —Pgs. 15534. क्या वाकई में इंदिरा गांधी को जेल से छुड़ाने के लिए हुआ था प्लेन हाईजैक? —Pgs. 15835. मरने से ठीक पहले अकबर ने चलाया था राम सिया का सिक्का —Pgs. 16136. जब राष्ट्रपति भवन को खिसकाया गया 400 गज पीछे, दोनो�� आ���्किटेक्ट में था विवाद —Pgs. 16537. क्या भारत-चीन युद्ध के चलते रतन टाटा रह गए आजीवन कुँवारे? —Pgs. 16838. सरदार पटेल के इस उम्मीदवार ने हरा दिया नेहरूजी के उम्मीदवार को तो नेहरूजी ने दी थी इस्तीफे की धमकी —Pgs. 17139. जब अटलजी ने कांग्रेस प्रेसीडेंट को कविता में लिख दिया था 'चमचों का सरताज' —Pgs. 17440. शास्त्रीजी की मौत पर हमेशा उठते रहे सवाल, जानिए आखिर क्या हैं इसकी वजहें? —Pgs. 17741. अकबर पर फिल्में बनाता है बॉलीवुड, लेकिन महाराणा प्रताप पर नहीं —Pgs. 18242. आगरा के लाल किले में रखे सोमनाथ मंदिर के दरवाजों का राज! —Pgs. 18843. स्वामी विवेकानंद थे जमशेदजी टाटा के इन दो बड़े सपनों की प्रेरणा, एक शिप मुलाकात में रच गया इतिहास —Pgs. 19144. ताजमहल पर बार-बार बवाल क्यों होता है, जानिए क्या है असली वजह —Pgs. 19545. संविधान में जिसने आदिवासियों को दिलाए अधिकार, उसी ने दिलवाया था भारत को पहला ओलंपिक हॉकी गोल्ड —Pgs. 20046. महायोगियों की तीन वायरल तसवीरों का सच! —Pgs. 20547. जानिए आॅपरेशन थिएटर में गांधीजी की वायरल तसवीर की कहानी...! —Pgs. 20848. जब गोवा में एक भी विधायक के बिना कांग्रेस ने बना ली थी सरकार...! —Pgs. 21449. गांधीजी की चलती तो भारत के पहले पी.एम. होते मोहम्मद अली जिन्ना —Pgs. 21850. जब पी.एम. नेहरू के वित्त मंत्री को उनके दामाद के चलते देना पड़ा था इस्तीफा —Pgs. 222

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