Itihas Aur Vichardhara
    Regular price
    
        ₹ 674
      
  
  
    
    Sale price
    
        ₹ 674
      
      Regular price
      
        
          ₹ 695
        
      
  
    Unit price
    
  
  
    
          
            
              Save 3%
            
          
        
      
    | Item Weight | 400 Grams | 
| ISBN | 978-9355185891 | 
| Author | Irfan Habib Edited & Translated by Ramesh Rawat | 
| Language | Hindi | 
| Publisher | Vani Prakashan | 
| Pages | 232 | 
| Book Type | Hardbound | 
| Publishing year | 2023 | 
| Edition | 1st | 
| Return Policy | 5 days Return and Exchange | 
  
  
Itihas Aur Vichardhara
            Product description
          
        
        
          
          
            Shipping & Return
          
        
        
          
          
            Offers & Coupons
          
        
        
          
          
        
        
      
                        
                      
                    वस्तुतः साहित्यकार की भाँति इतिहासकार की लेखन प्रक्रिया भी जितनी सामाजिक और सांस्कृतिक होती है, उतनी ही वैयक्तिक भी। इतिहासकार की व्यक्तिगत प्रतिभा, विवेक, आकांक्षा, उद्देश्य, साधना और संघर्ष उसके लेखन को बहुत गहरे स्तर पर प्रभावित करते हैं। इसीलिए प्रायः यह देखा गया है कि एक ही विचारधारा को मानने वाले इतिहासकार भी विभिन्न मुद्दों पर भिन्न-भिन्न राय रखते हैं। इन लेखों में इरफ़ान हबीब ने मार्क्सवादी इतिहास-दृष्टि को अधिकाधिक परिमार्जित और वस्तुनिष्ठ बनाने पर बल दिया है। उन्होंने मार्क्सवाद विरोधी विभिन्न विचारधाराओं की सूक्ष्म ढंग से शिनाख़त करते हुए उनके जनविरोधी चरित्र को उजागर किया है और इतिहास लेखन को हर प्रकार के संकीर्णतावाद की गुंजलक से निकालकर उसे वैज्ञानिक और मानवतावादी आधार प्रदान करने की कोशिश की है। प्रस्तुत संग्रह में उनके ग्यारह लेख संकलित हैं। सरसरी तौर पर देखने से यह स्पष्ट हो जाता है कि इन लेखों में विषयगत एकता और एकरूपता चाहे न हो, किन्तु अपनी मार्क्सवादी इतिहास-दृष्टि के कारण उनमें एकसूत्रता अवश्य दिखाई पड़ेगी। उनके ये लेख लम्बे अन्तराल के बीच लिखे गये हैं। इनमें मार्क्सवादी इतिहास-लेखन की परम्परा की गहरी छानबीन से लेकर भारतीय राष्ट्र के निर्माण की प्रक्रिया, उपनिवेशवाद, राष्ट्रीय आन्दोलन और राष्ट्रीय आन्दोलन में वामन्थ की भूमिका आदि का विस्तृत मूल्यांकन किया गया है। उन्होंने अन्धराष्ट्रवाद और अविवेकवाद की भी जमकर आलोचना की है।
                                     
                      
                  
                      
                    
                  
              - Sabr– Your order is usually dispatched within 24 hours of placing the order.
 - Raftaar– We offer express delivery, typically arriving in 2-5 days. Please keep your phone reachable.
 - Sukoon– Easy returns and replacements within 5 days.
 - Dastoor– COD and shipping charges may apply to certain items.
 
Use code FIRSTORDER to get 5% off your first order.
You can also Earn up to 10% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.