Hindi ka Paksha
Author | Pankaj bisht |
Language | Hindi |
Publisher | Setu Prakashan |
Pages | 152 |
ISBN | 978-81-87482-84-0 |
Book Type | Hardbound |
Item Weight | 0.28 kg |
Hindi ka Paksha
About Author
पंकज बिष्ट
जन्म : 20 फरवरी, 1946, मुंबई।
अंग्रेजी साहित्य में एम.ए.।
भारत सरकार की सूचना सेवा के दौरान योजना अंग्रेजी में सहायक सम्पादक, आकाशवाणी के अंग्रेजी समाचार प्रभाग में समाचार सम्पादक व संवाददाता, फिल्म प्रभाग में पटकथा लेखक तथा आजकल का सम्पादन। 1999 से समयांतर का मासिक रूप में पुनर्प्रकाशन। फिलहाल उसी का सम्पादन। पहली कहानी 1967 में साप्ताहिक हिंदुस्तान में छपी। पहला कहानी-संग्रह पंद्रह जमा पच्चीस 1980 में। 1982 में उपन्यास लेकिन दरवाजा। 1984 में कहानी-संग्रह बच्चे गवाह नहीं हो सकते? 1989 में दूसरा उपन्यास उस चिड़िया का नाम। 1992 में बाल उपन्यास गोलू और भोलू। 1995 में टुंड्रा प्रदेश तथा अन्य कहानियाँ। 1996 में चर्चित कहानियाँ। 1997 में कथा संचयन आखिर क्या हुआ...।
भारत की लगभग सभी मुख्य भाषाओं के अलावा अंग्रेजी तथा कुछ योरोपीय भाषाओं में अनुवाद। साहित्य, संस्कृति व मीडिया के अलावा राजनीतिक विषयों पर लगातार लेखन।
- Sabr– Your order is usually dispatched within 24 hours of placing the order.
- Raftaar– We offer express delivery, typically arriving in 2-5 days. Please keep your phone reachable.
- Sukoon– Easy returns and replacements within 7 days.
- Dastoor– COD and shipping charges may apply to certain items.
Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.
Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.
You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.