हे! नवभारत निर्माता डॉ. अम्बेडकर [भाग-2 प्रबुध्द-भारतोदय] (Hey! Navbharat Nirmata Dr. Ambedkar [Part-2 Prabudh Bharatodya])
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Item Weight | 400 Grams |
ISBN | 978-9353249731 |
Author | ??. ??. ???? (C. D. Naik) |
Language | Hindi |
Publisher | Kalpaz Publications |
Pages | 334 p |
Book Type | Hardbound |
Dimensions | 25 X 15 X 5 |
Publishing year | 2022 |
Return Policy | 5 days Return and Exchange |
![हे! नवभारत निर्माता डॉ. अम्बेडकर [भाग-2 प्रबुध्द-भारतोदय] (Hey! Navbharat Nirmata Dr. Ambedkar [Part-2 Prabudh Bharatodya])](http://rekhtabooks.com/cdn/shop/products/1111025365987.jpg?v=1680038943&width=360)
हे! नवभारत निर्माता डॉ. अम्बेडकर [भाग-2 प्रबुध्द-भारतोदय] (Hey! Navbharat Nirmata Dr. Ambedkar [Part-2 Prabudh Bharatodya])
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पुस्तक के बारे में हे! नवभारत निर्माता डॉ. अम्बेडकर भाग-2 प्रबुध्द-भारतोदय यह ग्रंथ नव-भारतोदय का सहकारी प्रबुध्द-भारतोदय है। इस में बाईस आलेखों का संग्रह है। 1. आंबेडकरी क्रांति में धर्म को सामाजिक नजरिये से परखा गया है। 2. बाबासाहेब के बाद उनके मिशन का नेतृत्व करनेवाले भगत सिंह के सहपाठी, हिन्दी लेखक तथा बौध्द चिंतक के विचारों की प्रस्तुती संस्मरणः प्रो. डॉ. भदन्त आनन्द कौसल्यायन है। 3. बौध्दों में धार्मिक दृष्टी से विहारों में श्रध्दालुओं द्वारा जो वचन उच्चारित किए जाते हैं, उसे प्रार्थना नही बल्कि वंदना कहलाते है। 4. प्रजातंत्र के महान हस्ताक्षर डॉ. अम्बेडकर ने इसे राजनीति नही, बल्कि जीवन-पध्दति माना है। 5. भदन्त आनन्द कौसल्यायन जी ने इस पंकित के लेखक को राहुल सांकृत्यायन द्वारा इस्तेमाल की गई घडी मुझे वुल्वरहैम्पटन, यू. के. के विहार में रहते समय भेट की थी। उस बाबत संस्मरण ही इस अध्याय में है। जपानी भिक्षु संघरत्न मानके जी के निवेदन पर लिखित आलेख विहार निर्माण क्यों इसमें दर्ज है। इस पंक्ति के लेखक द्वारा सन 1918 में कुलपति की हैसियत से ब्राउस विश्वविद्यालय महू में महामहिम राज्यपाल महोदया द्वारा उद्घाटित और सर्वाधिक शिस्तबध्द दीक्षांत समारोह और उपसम्पदा विधि जो एक भिक्षु की दीक्षा में उतने ही अनुशासन से अपनाई जाती है, का इस अध्याय में तुलनात्मक विवेचन है। लेखक द्वारा लिखित विश्वविद्यालय कुलगान, मानव, समर वीर स्मरण के साथ म. प्र. के आदरणीय मुख्यमंत्री जी के विदेश दौरे के लिए लिखा गया अभिभाषण भारत, श्रीलंका, बुद्ध और अम्बेडकर इस में समाविष्ट है। बारहवे अध्याय में उपरोल्लेखित भदन्त जी के नजरिए से कबीर जी प्रस्तुत है। ग्लोबल अम्बेडकर कन्वेन्शन लंदन द्वारा आयोजित डीजिटल 129 वी डॉ. अम्बेडकर जयंती समारोह और 2564 वी बुध्द जयंती पर प्रस्तुत लिपिबध्द व्याख्यान अगले दो अध्याय में दर्ज हैं। अगले चार अध्यायों में जार्ज फ्लायड, सापेक्षता, और मैं, तत्कालीन महामारी संकट पर केन्द्रित रचनायें और हे बुध्दत्व के मुसाफिर नामक गई हैं। उन्नीसवा अध्याय दर्शन के अंगों-उपांगों को धारण करता है। महू (अब डॉ. अम्बेडकर नगर) विश्वविद्यालय में लेखक द्वारा रचित भारत उदय स्तंभ, और चीर स्मृति स्थान अगले दो अध्यायों में अंकित हैं। अंतिम अध्याय लेखक द्वारा चौबीस वर्ष की विश्वविद्यालयीन सेवा के पश्चात् अधिवार्षिकी में लिखा हुआ और एक फर्जी कुलपति के कर्मकांड पर केन्द्रित जांच को आंच पर संपन्न होता है। आशा है, सुधी पाठक इस प्रबुध्द-भारतोदय से कुछ प्रेरणा और लाभ प्राप्त कर सके तो ग्रंथ का सही ध्येय साकार हुआ माननेमें दो राय नही होगी। लेखक का परिचय प्रो. सी. डी. नाईक विश्वविद्यालयीन सेवा में चौबीस वर्ष व्यस्त रहने के बाद वह म. प्र. हायकोर्ट, इन्दौर बेंच में अधिवक्ता है। उन्होंने लंदन के इंटरनेशनल अंबेडकर कन्वेन्शन दिनांक 13, 14 और 15 अक्टूबर 2022 के लिए डॉ. अम्बेडकर की वर्तमान और आगामी सदियों के लिए शैक्षणिक दूरदृष्टि पर आलेख प्रेषित किया। वह वर्तमान में एचडब्लूपीएल (HWPL) नामक इंटरनेशनल शांति संगठन, कोरिया के सदस्य के रुप में अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक शांति सहयोग के माहवार बैठक के लिए पीपीटी प्रस्तुतिकरण में व्यस्त रहते है। उन्होंने राहुल सांस्कृत्यायन और डॉ. अम्बेडकर पर 19 और 21 सितंबर 2022 को केन्द्रिय सागर विश्वविद्यालय, म. प्र. के वेबिनार में प्रस्तुती दी। सामाजिक एकता और वैश्विक भातृत्व चेतना के अनन्तर नव-भारतोदय और प्रबुध्द-भारतोदय उनकी चालिसवी रचनाएं हैं। गगन मालिक फॉउंडेशन के इंटरनेशनल कांफ्रेंस में दिनांक 3 अक्तूबर 2022 को मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए स्वतंत्रता, समता, बन्धुत्व और न्याय पर शोध पत्र प्रस्तुत किया। दिनांक 27 सितम्बर को बुद्ध दत्त पाली अध्ययन-अध्यापन ट्रस्ट के प्रमुख प्रो. प्रफुल्ल गड़पाल के अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में पाली पुनरोज्जीवन विषय पर शोध आलेख पढ़ा। विषय-सूची नमस्कार.......................................................................................................................9 प्रास्ताविक.....................................................................................................................11 1. आंबेडकरी क्रांति..........................................................................................................15 2. संस्मरणः प्रो. डॉ. भदन्त आनन्द कौसल्यायन........................................................................19 3. वंदना......................................................................................................................51 4. प्रजातंत्र के महान हस्ताक्षर डॉ. अम्बेडकर............................................................................76 5. घड़ी.......................................................................................................................125 6. विहार निर्माण क्यों? ..................................................................................................135 7. उपसम्पदा और दीक्षांत समारोह......................................................................................145 8. विश्वविद्यालय कुलगान..............................................................................................163 9. मानव..................................................................................................................165 10.समर वीर स्मरण...................................................................................................167 11.भारत, श्रीलंका, बुद्ध और अम्बेडकर................................................................................169 12.कबीर.................................................................................................................175 13.129 वीं डॉ. अम्बेडकर जयंती वर्ष संदेश (डीजिटल)..............................................................179 14.2564वीं बुद्ध जयंती संदेष (डीजिटल)..............................................................................185 15.जार्ज फ्लायड..........................................................................................................191 16.सापेक्षता..............................................................................................................193 17.मैं......................................................................................................................195 18.हे! बुद्धत्व के मुसाफिर!.................................................................................................197 19.दर्शन....................................................................................................................199 20.भारत उदय स्तंभ........................................................................................................302 21.चीर स्मृति स्थान........................................................................................................314 22.जांच को आंच..............................................................................................................324 The Title 'हे! नवभारत निर्माता डॉ. अम्बेडकर [भाग-2 प्रबुध्द-भारतोदय] (Hey! Navbharat Nirmata Dr. Ambedkar [Part-2 Prabudh Bharatodya]) written/authored/edited by सी. डी. नाईक (C. D. Naik)', published in the year 2022. The ISBN 9789353249731 is assigned to the Hardcover version of this title. This book has total of pp. 334 (Pages). The publisher of this title is Kalpaz Publications. This Book is in Hindi. The subject of this book is History / Philosophy / Sociology. Size of the book is 14.34 x 22.59 cms Vol:-
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