Gumnaam Nayakon Ki Gauravshali Gathayen
| Item Weight | 200 Grams |
| ISBN | 978-9384344788 |
| Author | Shri Vishnu Sharma |
| Language | Hindi |
| Publisher | Prabhat Prakashan |
| Book Type | Hardbound |
| Publishing year | 2019 |
| Return Policy | 5 days Return and Exchange |
Gumnaam Nayakon Ki Gauravshali Gathayen
यह पुस्तक भारतीय इतिहास की उन नींव के पत्थरों के बारे में है, जिनके योगदान को आज की पीढ़ी न के बराबर जानती है। उन गुमनाम नायकों में एक को भगतसिंह अपना गुरु मानते थे और उनकी फोटो हमेशा अपनी जेब में रखते थे और जो भगतसिंह से चार साल छोटी उम्र में ही फाँसी चढ़ गए थे। एक 18 साल की वह लड़की थी, जो बोर्ड टॉपर थी, उसने एक ऐसे क्लब पर धावा बोलकर अपनी जान दे दी, जिसके बाहर लिखा था—इंडियंस ऐंड डॉग्स आर नॉट एलाउड। एक ऐसा आदिवासी नायक, जिसने जल, जंगल और जमीन का नारा दिया था। एक ऐसा युवक, जिसने सबसे बड़े अंग्रेज अधिकारी का गला काट दिया, एक ऐसी विदेशी महिला, जिसने भारत का पहला झंडा डिजाइन किया, भारत की नंबर एक यूनिवर्सिटी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस शुरू करने में टाटा की मदद की। सन् 1857 का एक ऐसा नायक, जो 80 साल का था, कई बार अंगे्रजों को हराया, लेकिन जिंदा नहीं पकड़ा गया। एक ऐसा नायक, जिसे भारत के टाइटेनिक कांड के लिए जाना जाता है।प्रेरणा और दिशा देनेवाले अनजान-गुमनाम नायकों की ये गाथाएँ हमारे अतीत से हमें जोड़ेंगी और भविष्�� के लिए हमारा मार्ग प्रशस्त करेंगी।__________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________अनुक्रमलॉग्स से पुस्तक तक का सफर—71. हो जाता 'वह' प्लान कामयाब तो 'राष्ट्रपिता' गांधीजी नहीं ये होते...!—152. किसी मुगल बादशाह को हरानेवाला पहला मराठा—233. जब कमिश्नर ने एक महान् क्रांतिकारी से माँगा फ्रीडम फाइटर का सर्टिफिकेट—294. गांधीजी की 'कल्ट ऑफ बम' थ्योरी का जवाब दिया था इस क्रांतिकारी ने, दुनिया को बताई थी 'फिलॉसफी ऑफ बम'—365. बम-पिस्तौल से खेलनेवाली दुर्गा भाभी ने बचाई थी भगत सिंह की जान—426. भगत सिंह उस गुरु की फोटो जेब में रखते थे, जो 19 साल की उम्र में ही चढ़ गया था फाँसी—477. 1857 के स्वतंत्रता संग्राम का भीष्म पितामह, दाएँ हाथ से काट दिया था बायाँ हाथ—538. जिसने की थी देश पर जान कुरबान, परिवार ने दे दिया था पागल करार—589. 21 साल की लड़की को अखर गया 'इंडियंस आर नॉट एलाउड', इंडिया ने डिग्री देने में लगा दिए 80 साल—6310. 1857 की क्रांति के पीछे का सीक्रेट हैंड...! —6811. बादल, बिनॉय और दिनेश : देश की खातिर जान पर खेल गए तीन तिलंगे—7312. वाजपेयी को हरानेवाले हाथरस के राजा की मोदी ने काबुल की संसद् में यों की जमकर तारीफ?—7713. जापान के हर घर में जाने जाते हैं ये 'बोस', भारत में होती रही अनदेखी—8514. आजाद और भगत सिंह के मेंटर क्रांतिकारी ने ही दिया था देश में 'राइट टू रिकॉल' का आइडिया—9215. हर क्रांतिकारी ने जिसका सपना देखा, उसे शेर अली अफरीदी ने पूरा किया...!—9916. श्यामजी कृष्ण वर्मा : भगत सिंह ने रखी थी शोक सभा, मोदी लाए थे अस्थियाँ—10617. स्वामी विवेकानंद की सबसे खास शिष्या की कहानी, जिसने लॉर्ड कर्जन को साबित कर दिया था झूठा, मँगवाई माफी—11118. जज ने पूरी नहीं की डायर को उसके शहर में जाकर मारनेवाले ऊधम सिंह की आखिरी वाहिश?—11619. एक क्रांतिकारी, जिसके लिए संशोधित करने पड़े वंदेमातरम् वाली किताब 'आनंदमठ' के पाँच एडिशन—12020. पिंगले के 10 बम उड़ा देते पूरी रेजीमेंट, खुद ही डाला गले में फाँसी का फंदा—12721. अदम्य बहादुरी और अचूक योजना का संगम था अठारह साल का अनंत लक्ष्मण कन्हेरे—13322. भारत की टाइटेनिक गाथा का महानायक—13823. आसान नहीं था जज जगमोहन लाल सिन्हा के लिए इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला देना...!—14424. जल, जंगल, जमीन के अधिकार के लिए जान दे दीकोमारम भीम ने—14925. हर गोली पर जिसके मुँह से निकला वंदे मातरम्—153संदर्भ सूची—157
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