Bharat Kaise Hua Modimaya
Author | Santosh Kumar |
Language | Hindi |
Publisher | Prabhat Prakashan Pvt Ltd |
ISBN | 978-9353225865 |
Book Type | Hardbound |
Item Weight | 0.383 kg |
Edition | 1 |
![Bharat Kaise Hua Modimaya](http://rekhtabooks.com/cdn/shop/products/1564563702.jpg?v=1685779044&width=360)
Bharat Kaise Hua Modimaya
2014 की लोकसभा में चुनावी विजय के बाद भाजपा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक-के-बाद एक विधानसभा चुनावों में विजयश्री प्राप्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी की अप्रतिम रणनीतियों ने 2019 के लोकसभा चुनावों में अभूतपूर्व जीत का मार्ग प्रशस्त किया। इस जीत ने सबके मन में यह जिज्ञासा उत्पन्न की कि ऐसा संभव कैसे हो पाया।भारतीय जनता पार्टी ने बहुत चतुराई के साथ अपनी बनिया-ब्राह्मण वाली पार्टी की छवि तोड़ने की योजना पर काम किया। गरीब और गरीबी के जरिए भाजपा और नरेंद्र मोदी की रणनीति गरीबों के हिमायती होने का वही टैग हासिल करने की बनी, जो कभी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ जुड़ा था। इसमें नोटबंदी का फैसला सबसे अहम था। इस फैसले में बड़ा जोखिम भी था। लेकिन इसके बाद के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा को बड़ी जीत हासिल हुई, पार्टी ने जाति की बजाय वर्ग की राजनीति को प्राथमिकता दी। उत्तर प्रदेश में अमित शाह ने जिस तरह से सामाजि��� समीकरण का जाल बिछाया था, वह बाद में अन्य चुनावों के लिए मॉडल बन गया। लेकिन बड़ी जीत के बाद भी उन राज्यों में विस्तार की योजना को थमने नहीं दिया, जहाँ पार्टी 2014 में भी कमजोर थी। यह पुस्तक भाजपा की तमाम चुनावी रणनीतियों का खुलासा करती है, जो सांगठनिक प्रक्रिया में सर्कुलर खबरों के लिए नहीं आ पाते, वे संयोगवश लेखक को मिल गए और जिससे भी साझा किया, उसे यही कहना पड़ा—यह भाजपा की माइक्रो नहीं नैनो स्ट्रैटजी है।प्रखर पत्रकार संतोष कुमार ने अपनी स्वभावजनित जिज्ञासा के आधार पर विश्लेषण करके यह पुस्तक लिखी है। ____________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________अनुक्रमप्राक्कथन —Pgs.9लेखक की कलम से... 13आभार —Pgs.23खंड-1 समर्थक बने कार्यकर्ता1. मिशन शाह (2014-2019) —Pgs.292. सीधी जीत : उलझी हार —Pgs.383. पूर्वोत्तर से पलटी बाजी —Pgs.434. नारों की जुबानी —Pgs.485. नया कलेवर : जीते वोटर —Pgs.53खंड-2 विस्तार की रणनीति6. मिशन उत्तर प्रदेश —Pgs.657. तट के कोलंबस —Pgs.748. बड़ी जीत की पटकथा —Pgs.789. त्रिशूल —Pgs.8610. डिजिटल स्ट्राइक —Pgs.102खंड-3 दलित दुविधा और नरम हिंदुत्व11. आरक्षण की उलझन —Pgs.11312. मुद्दों की आजमाइश —Pgs.12313. हार में जीत —Pgs.129खंड-4 महारणनीति14. बूथ जीता, चुनाव जीता —Pgs.13515. आखिरी साल की तैयारी —Pgs.13916. सीधा संवाद —Pgs.14517. सत्ते पे सत्ता —Pgs.150खंड-5 महाभियान18. बज उठी रणभेरी —Pgs.15519. मोर्चे पर महारथी —Pgs.17020. हुंकार-2019 —Pgs.172खंड-6 महायुद्ध21. पुलवामा से बालाकोट —Pgs.18122. राष्ट्रवाद —Pgs.18523. मोदी ही मोदी —Pgs.19424. बाहुबली की दस्तक —Pgs.20225. रैलियों की बिसात —Pgs.217खंड-7 चुनावी चक्रव्यूह26. चरणों में चुनाव —Pgs.22327. अबकी बार 300 पार —Pgs.23528. विपक्ष का वॉकओवर —Pgs.241खंड-8 महाविजय29. 23 मई, 2019 —Pgs.24730. न्यू इंडिया —Pgs.26131. मोदी 2024 —Pgs.268
- Over 27,000 Pin Codes Served: Nationwide Delivery Across India!
- Upon confirmation of your order, items are dispatched within 24-48 hours on business days.
- Certain books may be delayed due to alternative publishers handling shipping.
- Typically, orders are delivered within 5-7 days.
- Delivery partner will contact before delivery. Ensure reachable number; not answering may lead to return.
- Study the book description and any available samples before finalizing your order.
- To request a replacement, reach out to customer service via phone or chat.
- Replacement will only be provided in cases where the wrong books were sent. No replacements will be offered if you dislike the book or its language.
Note: Saturday, Sunday and Public Holidays may result in a delay in dispatching your order by 1-2 days.
Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.
Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.
You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.