1857 की अनकही हैरत अंगेज़ दास्तानें (Hindi) 1857 ankahi hairat angez dastanein
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Language | Hindi |
Publisher | Pharos Media |
Pages | 208 |
ISBN | 978-8172211110 |
Book Type | Paperback |
Item Weight | 0.25 kg |
Edition | 1st |
शम्सुल इस्लाम दिल्ली विश्यविद्यालय में राजनीति शास्त्र के अध्यापक रहे हैं और प्रख्यात नुक्कड़ नाट्यकर्मी हैं। शम्सुल इस्लाम ने एक लेखक, पत्रकार और स्तम्भकार के तौर पर भारतीय उपमहाद्वीप में धार्मिक कट्टरता, अमानवीयकरण साम्राज्यवादी मंसूबों, महिलाओं और दलितों के दमन के खि़लाफ़ हिन्दी, उर्दू और अंग्रेज़ी में लगातार लिखा है। वे राष्ट्रवाद के उदय और उसके विकास पर मौलिक शोध कार्यों के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। Dr Shamsul Islam taught political science at the University of Delhi. As an author, columnist and dramatist he has been writing against religious bigotry, dehumanization, totalitarianism, persecution of women, Dalits and minorities. He is known globally for fundamental research work on the rise of nationalism and its development in India and the world.
1857 की अनकही हैरत अंगेज़ दास्तानें (Hindi) 1857 ankahi hairat angez dastanein
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इस पुस्तक में 1857 के महान विद्रोह से सम्बन्धित जो सच्चाइयाँ प्रस्तुत की गयी हैं वे उर्दू, अंग्रेज़ी, हिंदी और फ़ारसी भाषाओं की उन समकालीन दस्तावेज़ों पर आधारित हैं, जिन्हें लेखक ने लगभग दस सालों में देश-विदेश से जमा किया था। इस पुस्तक के माध्यम से इस महान संघर्ष में हिस्सा लेने वाले विद्रोहियों के बारे में जो दुष्प्रचार किया जाता है, उसका जवाब देने की भी कोशिश की गई है। किस तरह पूरे हिन्दुस्तान में विद्रोह हुआ, कैसे विभिन्न धर्मों और जातियों के लोगों ने विद्रोह का झंडा बुलंद किया और अभूतपूर्व क़ुर्बानियाँ दीं, महिलाओं ने इस विद्रोह में कैसे बेमिसाल बहादुरी और सशक्त नेतृत्व का परिचय दिया, अंग्रेजों ने किन षड्यंत्रों और हथकंडों का इस्तेमाल करके दिल्ली जीती और हिंदुस्तान के जिन राजे-रजवाड़ों ने विद्रोह को कुचलने में अंग्रेज़ों की सहायता की थी, उन्होंने आज़ाद हिंदुस्तान पर भी राज किया, ये सब हैरतंअगेज़ सच्चाइयाँ समकालीन दस्तावेज़ों की रौशनी में, इस किताब में पेश की गई हैं। आशा है कि यह पुस्तक 1857 के स्वतंत्रता संग्राम को और बेहतर तरीक़े से समझने और उसकी सही विरासत को आत्मसात करने में मदद करेगी। इस पुस्तक में ऐसे ऐतिहासिक चित्र भी शामिल किए गए हैं जो उस समय के ब्रिटिश वृत्तांतों में छपे थे।
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