बेशक बड़े लोग कह गए कि “किताबें ज़िंदगी के लिए तुम्हारी बेहतरीन दोस्त हैं”, और जो लोग पढ़ने के शौक़ीन हैं वो इस बात पर यक़ीन रखते हैं। आपको किताबें पढ़ने का शौक़ है या नहीं, यह अलग मसला है, लेकिन आप इस हक़ीक़त से इन्कार नहीं कर सकते कि किताबें इल्म का ज़ख़ीरा होती हैं।
किताबें ही तो हैं जो आपका तआरुफ़ पढ़ाई और ज़िंदगी के मुख़्तलिफ़ शोबों से कराती हैं। किताबें आपको वो बनाने में मदद करती हैं जो आप ज़िंदगी में बनना चाहते हैं। यह एक बेहतरीन तोहफ़ा है जो आप ख़ुद को देते हैं। आपके ख़्वाबों को यह किताबें ही तो हक़ीक़त में बदलती हैं और आपको इल्म की दौलत से मालामाल करती हैं।
यहां तक कि आप अपने कमरे में बैठे-बैठे पूरी दुनिया घूम सकते हैं। और यही किताबें आहिस्ता आहिस्ता आपके अंदर इल्म की कभी न ख़त्म होने वाली प्यास पैदा करती हैं। किताबों के बारे में हम जितनी भी तारीफ़ करें कम है। लेकिन यह कहना भी ग़लत नहीं होगा और आपने भी इस बात का तजुर्बा किया होगा कि किताबों की बढ़ती हुई क़ीमतों की वजह से किताबों के शायक़ीन किताबें ख़रीदने से गुरेज़ करने लगे हैं।
तो हमने सोचा कि आज आपके साथ कुछ ऐसी तरकीबें शेयर की जाएं जिनसे किताबें ख़रीदना आसान होगा और आपकी जेब पर भारी भी नहीं पड़ेगा। यानी आपके लिए किताबें पढ़ने के साथ-साथ पैसे की भी बचत हो जाएगी और आपका शौक़ भी पूरा हो जाएगा।
लाइब्रेरी का इस्तेमाल करें
लाइब्रेरी में किताबों का बहुत बड़ा ज़ख़ीरा होता है। और यह लाइब्रेरियां एक तवील सफ़र तय कर चुकी हैं। यहां से किताबें मुफ़्त में दस्तियाब हो सकती हैं। आम तौर पर नायाब और महंगी किताबें ख़रीदने के बजाए हम लाइब्रेरी से आसानी से इशु करा सकते हैं।
ज़्यादातर लाइब्रेरी की ज़रूरत तब पड़ती है जब हमको किसी किताब का हवाला देना हो या फिर उसको सिर्फ़ एक बार पढ़ना हो। तो फिर उस पर पैसे ख़र्च करना बेकार है।
लिहाज़ा क़ीमती किताबें ख़रीदने के बजाए आप अपने क़रीबी एरिया की (लोकल) लाइब्रेरी जैसे दिल्ली में दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी, दयाल सिंह पब्लिक लाइब्रेरी और ब्रिटिश काउंसिल लाइब्रेरी से मुफ़्त में या सिर्फ़ रजिस्ट्रेशन फ़ी देकर कुछ दिन के लिए इशु करा सकते हैं।
किताबें उधार लीजिए
जहां दोस्ती के इतने फ़ायदे हैं वहां एक फ़ायदा यह भी है कि बिना पैसा ख़र्च किए आप अपने दोस्तों से अपनी पसंद की किताबें उधार ले सकते हैं। या फिर आजकल सोशल मीडिया पर ऐसी कम्युनिटीज़ हैं जो लोगों से किताबों का उधार लेन-देन करती हैं।
कुछ फेसबुक पेजेस और ग्रुप्स जैसे के बुक स्वैप, द बुक बार्टर, बुक्स एक्सचेंज क्लब ऑफ मुंबई और भी इनके अलावा कई ग्रुप है जो आप जैसे किताबों के शौक़ीन लोगों के लिए किताबों से भरे पड़े हैं।
तो जनाब! जो किताब आपको पसंद है वो मुफ़्त में आपको मिल सकती है और जो किताब आप पढ़ चुके हैं वो किसी और ज़रूरतमंद को पढ़ने के लिए दे सकते हैं। और मुफ़्त में अपने जैसे नए दोस्त भी बना सकते हैं।
इस्तेमाल शुदा (सेकंड हैंड) किताबें ख़रीदिये
एक बार जब आप किताब का मुनासिब इस्तेमाल कर लें और उसे दोबारा इस्तेमाल करने का कोई इरादा ना हो तो अब आप उसे अपने क़रीबी बुक स्टोर में बेच सकते हैं। इस तरह आप किताब की ख़रीदारी में ख़र्च की गई रक़म में से कुछ वापस हासिल कर सकते हैं और इससे दूसरे ख़रीदने वाले को भी वही किताब कम क़ीमत पर दसतियाब हो सकती है।
इसके लिए आप कुछ वेबसाइट्स पर भी पुरानी किताबों की ख़रीदो-फरोख़्त आसानी से कर सकते हैं। और जहां बात चली है सेकंड हैंड किताबों की तो एक बहुत ज़बरदस्त मार्केट दिल्ली के दरियागंज में है जहां एक से एक किताब बहुत कम दामों पर आसानी से मिल जाती हैं (Daryaganj Sunday Book Market)।
मुंबई में भी बहुत सारी दुकानें ऐसी हैं जहां पर आपको दिलचस्प किताबों का जख़ीरा कम दामों पर मिल सकता है (Second hand Book Stalls, Mumbai)। आप इस लिंक पर क्लिक करके उन दुकानों के बारे में पता कर सकते हैं।
इसके अलावा किताबों की ख़रीदारी के लिए कुछ ऑनलाइन बुक स्टोर्स भी हैं जैसे यूज़्ड बुक्स फ़ैक्ट्री जहां आपको सैंकड़ों उनवानात पर अलग-अलग बुक स्टोर्स की किताबें एक ही वेबसाइट पर मिल जाएंगी। यहां पर आपको जो किताबें मिलेंगी वो ख़स्ताहाल नहीं बल्कि बहुत अच्छी हालत में होती हैं।
मुफ़्त में ई-बुक्स ऑनलाइन डाउनलोड करें
आजकल टेक्नोलॉजी के दौर में हर काम मोबाइल और लैपटॉप की मदद से आसानी से हो जाता है। इस बात से हम इन्कार नहीं करते कि लाइब्रेरी पढ़ने वालों के लिए एक शानदार जगह है। लेकिन अब आप घर बैठे, दुनिया के किसी भी कोने में किताबें ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। वो भी बिना पैसे ख़र्च किए।
इसका एक यह भी फ़ायदा है कि आप ढेर सारी किताबें एक जगह जमा कर सकते हैं और चलते-फिरते या सफ़र में, कहीं भी अपनी आसानी से पढ़ सकते हैं। Rekhta Ebooks पर आपको अपनी पसंद की हज़ारों किताबें मुख़्तलिफ़ ज़बानों में मिल जाएंगी। जो चाहें डाउनलोड करें।
ई-बुक्स पढ़ने में यह भी आसानी है कि हमें पेज पलटने नहीं पड़ते। अगर कोई मालूमात हासिल करनी है तो हम उसी पेज पर क्लिक करके फ़ौरन उस जगह पहुंच सकते हैं जो ढूंढ रहे हैं और जिसकी ज़रूरत है।
डिस्काउंट पर किताबें ख़रीदिये
सस्ती किताबें ऑनलाइन तलाश करना अब आपके लिए है बेहद आसान। इसके लिए Rekhtabooks.com को किसी तआरुफ़ की ज़रूरत नहीं है। यहां आपको मुख़्तलिफ़ ज़बानों में और लातादाद उनवानात पर किताबों का एक बहुत बड़ा इंतेख़ाब दस्तियाब है।
यहां तक कि जो किताबें आप बरसों से तलाश कर रहे हैं वो आपको अब रेख़ता पर बहुत आराम से काफ़ी कम क़ीमत पर मिल जाएंगी।
ऑडियो बुक्स ऑनलाइन डाउनलोड करें
हम सब यही चाहते हैं कि जब हम किताब पढ़ने बैठें तो पुर सुकून माहौल हो और बार-बार किताब से तवज्जो ना हटे। आजकल के मसरूफ़ दौर में ऑनलाइन ऑडियो बुक्स डाउनलोड करके हम दूसरे कामों के दरमियान ऑडियो सुन सकते हैं।
रेख़ता की बहुत सी ऑडीओबुक्स जैसे दीवान-ए-ग़ालिब, गोदान, बाग़-ओ-बहार, बांग-ए-दरा, मंटो और प्रेमचंद की कहानियां और बहुत सी मुख़्तलिफ़ किताबें Audible जैसे प्लेटफॉर्म्स से सुनी जा सकती हैं। और अपना क़ीमती वक़्त और पैसा बचाने का यह एक बेहतरीन तरीक़ा है।
तो यह हैं कुछ नायाब तरीक़े किताबों पर पैसों की बचत करने के। हमने पूरी कोशिश की है कि आपको ऐसी तरकीबें बताएं जिस से आसानी के साथ और कम से कम क़ीमत पर आपकी पसंदीदा किताबें आपको पढ़ने के लिए मिल जाएं। अब किताबें ना पढ़ने का कोई बहाना नहीं चलेगा। फिर इंतेज़ार किस बात का है?
आपके सामने इतने सारे ऑप्शंस हैं, कोई भी इख़्तियार कीजिए और अपने पढ़ते रहने की बेहतरीन आदत को कभी मत छोड़िए। आपकी छोटी सी कोशिश से आपके इल्म में बहुत बड़ा इज़ाफ़ा हो सकता है।
- Samreen Ahad