Look Inside
Ugta Sooraj
share-Icon
Ugta Sooraj

Ugta Sooraj

Regular price ₹ 199
Sale price ₹ 199 Regular price
Unit price
Save
Size guide
Icon

Pay On Delivery Available

Load-icon

Rekhta Certified

master-icon

Dedicated Support

Ugta Sooraj

Ugta Sooraj

Cash-On-Delivery

Cash On Delivery available

Rekhta-Certified

Plus (F-Assured)

7-Days-Replacement

7 Day Replacement

Product description
Shipping & Return
Offers & Coupons
Read Sample
Product description
यह कहानी उसी ‘उगता सूरज’ संस्था के खत्म होने की है। पंडित अम्बाप्रसाद भार्गव के नेतृत्व में 'उगता सूरज' संस्था ने हजारों जीवन सँवारें थे लेकिन अदालत के एक फैसले के चलते पंडित अम्बाप्रसाद को जेल भेज दिया गया संस्था को तबाह कर दिया गया विद्यालय एवं महाविद्यालय की इमारतों ढहा दिया गया और इस फैसले के चलते शहर में युवाओं ने बवाल मचा दिया पुलिस की गाड़ियों को आँग के हवाले कर दिया हर और तोड़ फोड़ मचा था। समाज सेवा करने के दंड स्वरूप पंडित अम्बाप्रसाद के घर का नीलाम होना तय था। पंडित अम्बाप्रसाद को समाजसेवा के बदले जो सजा मिली थी तब उसे देख लोगों का भलाई से भरोसा ही उठ गया था। पंडित अम्बाप्रसाद भार्गव ईश्वर से अपनी ही मृत्यु माँग कर रहे थे। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई बल्कि इसके बाद की कहानी तो दिल को हिला कर रख देगी।//लेखक अंशुमान शर्मा ‘सिद्धप’ गाँव मालिया खेर खेड़ा जिला मंदसौर (म. प्र.) के रहने वाले हैं। अपने पिता सुधीर शर्मा (व्याख्याता इतिहास ) को अपना आदर्श मानते हैं। इन्हें साहित्य के अलावा कर्मकांड में विशेष रुचि हैं। आपको बचपन से ही कविताएँ लिखने का शौक था। 14 वर्ष की आयु में लेखक ने अपना पहला उपन्यास "अहसान" लिखा जो कि अब तक अप्रकाशित है। इन्होंने भौतिक विज्ञान से मास्टर डिग्री हासिल की हैं। आप एक दफ़े NETJRF (hysical science ) की तैयारी करने क्वांटा इंस्टिट्यूट जयपुर (राज.) गए थे उस दरमियान वहाँ हिंदी दिवस पर कोचिंग के डायरेक्टर वीरू सर ने इन्हें मंच पर बुलाया और सबसे परिचित करवाया कि यह एक लेखक हैं। वीरू सर ने इन्हें कविता संग्रह और उपन्यास को प्रकाशित करवाने को लेकर सवाल किया तो इनका जवाब था कि "कभी सोचा ही नहीं सर"। वीरू सर की प्रेरणा के बाद अब इन्होंने प्रकाशन की और रुख किया। अब इनका पहला उपन्यास "उगता सूरज " प्रकाशित हुआ। वर्तमान में भी खाली समय हो या सफर का समय या फिर किसी के इंतजार का समय बस लिखना चालू हो जाते हैं और अपने मन में उठने वाले विचारों को कागज पर उतारते हैं।/
Shipping & Return
  • Sabr– Your order is usually dispatched within 24 hours of placing the order.
  • Raftaar– We offer express delivery, typically arriving in 2-5 days. Please keep your phone reachable.
  • Sukoon– Easy returns and replacements within 5 days.
  • Dastoor– COD and shipping charges may apply to certain items.

Offers & Coupons

Use code FIRSTORDER to get 5% off your first order.


You can also Earn up to 10% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.

Read Sample

Customer Reviews

Be the first to write a review
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)

Related Products

Recently Viewed Products