Look Inside
Tumhari Auqat Kya Hai Piyush Mishra
Tumhari Auqat Kya Hai Piyush Mishra

Tumhari Auqat Kya Hai Piyush Mishra

Regular price ₹ 278
Sale price ₹ 278 Regular price ₹ 299
Unit price
Save 7%
7% off
Tax included.
Size guide

Pay On Delivery Available

Rekhta Certified

7 Day Easy Return Policy

Tumhari Auqat Kya Hai Piyush Mishra

Tumhari Auqat Kya Hai Piyush Mishra

Cash-On-Delivery

Cash On Delivery available

Plus (F-Assured)

7-Days-Replacement

7 Day Replacement

Product description
Shipping & Return
Offers & Coupons
Read Sample
Product description

पीयूष मिश्रा जब मंच पर होते हैं तो वहाँ उनके अलावा सिर्फ़ उनका आवेग दिखता है। जिन लोगों ने उन्हें मंडी हाउस में एकल करते देखा है, वे ऊर्जा के उस वलय को आज भी उसी तरह गतिमान देख पाते होंगे। अपने गीत, अपने संगीत, अपनी देह और अपनी कला में आकंठ एकमेक एक सम्पूर्ण अभिनेता! अब वे फिल्में कर रहे हैं, गीत लिख रहे हैं, संगीत रच रहे हैं; और यह उनकी आत्मकथा है जिसे उन्होंने उपन्यास की तर्ज पर लिखा है। और लिखा नहीं; जैसे शब्दों को चित्रों के रूप में आँका है। इसमें सब कुछ उतना ही ‘परफ़ेक्ट’ है जितने बतौर अभिनेता वे स्वयं। न अतिरिक्त कोई शब्द, न कोई ऐसा वाक्य जो उस दृश्य को और सजीव न करता हो।

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक ‘अनयूजुअल’—से परिवार में जन्मा एक बच्चा चरण-दर-चरण अपने भीतर छिपी असाधारणता का अन्वेषण करता है; और क़स्बाई मध्यवर्गीयता की कुंठित और करुण बाधाओं को पार करते हुए धीरे-धीरे अपने भीतर के कलाकार के सामने आ खड़ा होता है। अपने आत्म के सम्मुख जिससे उसे ताज़िन्दगी जूझना है; अपने उन डरों के समक्ष जिनसे डरना उतना ज़रूरी नहीं, जितना उन्हें समझना है। इस आत्मकथात्मक उपन्यास का नायक हैमलेट, यानी संताप त्रिवेदी यानी पीयूष मिश्रा यह काम अपनी ख़ुद की कीमत पर करता है।

यह आत्मकथा जितनी बाहर की कहानी बताती है—ग्वालियर, दिल्ली, एनएसडी, मुम्बई, साथी कलाकारों आदि की—उससे ज़्यादा भीतर की कहानी बताती है, जिसे ऐसी गोचर दृश्यावली में पिरोया गया जो कभी-कभी ही हो पाता है। इसमें हम दिल्ली के थिएटर जगत, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और मुम्बई की फ़िल्मी दुनिया के कई सुखद-दुखद पहलुओं को देखते हैं; एक अभिनेता के निर्माण की आन्तरिक यात्रा को भी। और एक संवेदनशील रचनात्मक मानस के भटकावों-विचलनों-आशंकाओं को भी। लेकिन सबसे बड़ी उपलब्धि इस किताब की इसका गद्य है। पीयूष मिश्रा की कहन यहाँ अपने उरूज़ पर है। पठनीयता के लगातार संकरे होते हिन्दी परिसर में यह गद्य खिली धूप-सा महसूस होता है।

Shipping & Return
  • Sabr– Your order is usually dispatched within 24 hours of placing the order.
  • Raftaar– We offer express delivery, typically arriving in 2-5 days. Please keep your phone reachable.
  • Sukoon– Easy returns and replacements within 7 days.
  • Dastoor– COD and shipping charges may apply to certain items.

Offers & Coupons

Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.


Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.


You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.

Read Sample

Customer Reviews

Based on 4 reviews
100%
(4)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
i
ik Jain
तुम्हारी औक़ात क्या है

दिलचस्प आत्मकथा ।

j
jaanu
Tumhari Auqat Kya Hai Piyush Mishra

"Piyush Mishra" ke dwara likhit "Tumhari Auqat Kya Hai" ek prasiddh kavita-sangrah hai. Isme Piyush Mishra ji ne kathor tatha sachche bhaavon se bharpur kavitaen prastut ki hain. Is sangrah me unhone samajik, rajneetik aur vyaktigat muddon par apne tajurbe aur nazariye ka prastutikaran kiya hai. Piyush Mishra ji ki kavitaon me samajik nyay, samvedanshilta aur sangeet ki ek alag pahchan hai. Unki kavitaon me samasyaon ko sahaj tatha vyaktigat anubhav ke madhyam se prastut kiya gaya hai. "Tumhari Auqat Kya Hai" ek aisi pustak hai jo kavita premiyo ke liye ek anmol sangrah hai aur unhe Piyush Mishra ji ke abhinav kavya ka anubhav karne ka mauka pradan karti hai.

a
aman
Tumhari Auqat Kya Hai Piyush Mishra

पियूष मिश्रा एक अद्वितीय कलाकार हैं। उनकी आवाज़ और उनका अभिनय इतना मग्न है कि उन्हें जनता के बीच एक अलग पहचान मिल गई है। पियूष मिश्रा ने अपने करियर के दौरान सिनेमा, थिएटर, टेलीविजन और म्यूजिक के कई माध्यमों में अपनी प्रतिभा की चमक दिखाई है।

उनकी लिखी गई कविताएं और गीत अद्वितीय हैं। वे अपनी बोलियों के जरिए समाज, प्यार, जीवन की समस्याओं और राष्ट्रीय मुद्दों को आम आदमी की भाषा में व्यक्त करते हैं। उनके शेर और गाने दिल को छू जाते हैं और साधारणतया अपने असाधारण शब्दछंद के कारण याद रहते हैं।

पियूष मिश्रा के अभिनय का चर्चा मनोहारी होता है। उनकी अद्वितीय आंखों का प्रयोग, उनकी बोलचाल और भाषा, सब एक साथ मिलकर उनके किरदार को जीवित कर देते हैं। उनकी प्रतिभा और भावनाएं सिनेमा को एक नया मकसद और स्तर देती हैं।

पियूष मिश्रा की आवाज़ का जादू अद्वितीय है।

a
aayush
this product is very good - tumhari-auqat-kya-hai-piyush-mishra

This books is very good "Tumhari Auqat Kya Hai" is a collection of poems and prose by Piyush Mishra, an Indian film and theatre actor, music director, and writer. The book was published in 2018 by Rajkamal Prakashan.

The title of the book translates to "What is your status?" and it reflects the author's critical and satirical take on contemporary society, politics, and culture in India. The book includes 45 poems and prose pieces that cover a range of themes such as love, identity, power, oppression, and inequality.

Piyush Mishra is known for his distinct style of writing that blends elements of poetry, storytelling, and music. His work often challenges conventional norms and values and presents a raw and honest portrayal of human emotions and experiences.

Overall, "Tumhari Auqat Kya Hai" has received positive reviews for its powerful and thought-provoking content, and it is considered a must-read for fans of Piyush Mishra's work and anyone interested in contemporary Indian literature.

Related Products

Recently Viewed Products