विषय-सूची
उर्दू लिपि की प्रमुख विशेषताएँ...................20
उर्दू सीखते समय विशेष ध्यान देने योग्य बातें....21
मॉड्यूल 1
इकाई 1
1.1 'अलिफ'.........................................25
1.2 'बे' समूह.....................................27
1.3 'अलिफ' के प्रयोग से शब्द बनाना.....31
1.4 'बे' समूह के प्रयोग से शब्द बनाना...32
इकाई 2
2.1 'नून'...........................................34
2.2 'नून' के प्रयोग से शब्द बनाना.......35
मॉड्यूल 2
इकाई 3
3.1 'जीम' समूह...............................43
3.2 'जीम' समूह के प्रयोग से शब्द बनाना...47
3.3 लघु स्वर....................................48
3.4 'बे' और 'जीम' समूह के प्रयोग से शब्द बनाना...52
इकाई 4
4.1 'रे' समूह...................................57
4.2 'रे' समूह के प्रयोग से शब्द बनाना (अयोजक अक्षरों के साथ)...61
4.3 'रे' समूह के प्रयोग से शब्द बनाना (योजक अक्षरों के साथ)...63
इकाई 1
1.1 अलिफ़
आइए उर्दू वर्णमाला के पहले अक्षर 'अलिफ़' से शुरू करें।
अलिफ़' (ا)
इस अक्षर को 'अलिफ़' कहते हैं। यह उर्दू वर्णमाला का पहला अक्षर है।
'अलिफ़' अयोजक (Non-Connector) अक्षर है, अर्थात् यह आगे आने वाले अक्षर से नहीं जुड़ता।
अलिफ लघु स्वर ध्वनियों के साथ-साथ दीर्घ स्वर ध्वनियों को भी व्यक्त करता है। हम 'अलिफ़' को एक दीर्घ स्वर 'आ' से शुरू करते हैं जैसे शब्द 'आप' है।
मद् ( َ)
हमने ऊपर कहा है कि 'अलिफ़' दीर्घ स्वर 'आ' की आवाज़ देता है। यह 'अलिफ़' के ऊपर 'मर्द' चिह्न को अंकित कर व्यक्त किया जाता है।
آ= َ +ا
ध्यान दीजिए
कृपया ध्यान दें कि दीर्घ स्वर 'आ' की ध्वनि को व्यक्त करने के लिए 'अलिफ' पर 'मह' का प्रयोग शब्द के आरंभ में किया जाता है। इससे पहले कि हम 'अलिफ़' से शब्द बनाना शुरू करें, आइए हम पहले व्यंजन समूह के बारे में जानें।
1.2 बे समूह
पिछले अध्याय में दीर्घ स्वर 'आ' के बारे में पढ़ चुके हैं। यहाँ हम उर्दू वर्णमाला के पहले व्यंजन 'बे' समूह के बारे में बात करेंगे। याद रखें कि 'बे' समूह के अक्षरों को लिखते समय हमेशा दाएँ से बाएँ की तरफ लिखते हैं। 'बे' समूह के अक्षर योजक (Connector) हैं, दूसरे अक्षरों से जुड़ते ही इनका आकार बदल जाता है।
बे (ب)
इस अक्षर का नाम 'बे' है।
यह 'ब' की आवाज़ देता है, जैसे 'बल्ला', 'आबादी' और 'किताब'।
पे (پ)
इस अक्षर का नाम 'पे' है।
इससे 'प' की ध्वनि आती है, जैसे 'पतला', 'अपना' और 'आप'।
कृपया ध्यान रखें कि 'पे' के नीचे के ये बिंदु बाएँ से दाएँ उल्टे पिरामिड (Pyramid) की तरह लिखे जाते हैं।
ते (ت)
इस अक्षर का नाम 'ते' है।
यह 'त' की आवाज़ देता है, जैसे 'तबला', 'पतला' और 'रात'।
टे (ٹ)
इसका नाम 'टे' है।
यह 'ट' की ध्वनि देता है, जैसे 'टखना', 'घटना' और 'घाट'।
से (ث)
इसका नाम 'से' है।
यह 'स' की ध्वनि देता है, जैसे 'सुबूत', 'असर' और 'वारिस' जैसे शब्दों में।
कृपया ध्यान दें कि 'से' के ऊपर नुक्ते बाएँ से दाएँ पिरामिड की तरह लिखे जाते हैं।
अब 'बे' समूह के सभी अक्षरों को दाएँ से बाएँ पढ़िए:
(से) ث (टे) ٹ (ते) ت (पे) پ (बे) ب
ध्यान दीजिए
इन अक्षरों में नुक्तों / बिंदुओं की संख्या और स्थान या चिह्न 'अक्षर' के ऊपर या नीचे होने से अंतर किया जा सकता है जैसे नीचे लिखे अक्षर 'पे' और 'से' दोनों पर तीन नुक्ते हैं, लेकिन उन नुक्तों के स्थान से उनमें अंतर किया जा सकता है:
(से) ث (पे) پ