Devi Vanamali'S Sri Shiv Lila (Hindi)
Regular price
₹ 195
Sale price
₹ 195
Regular price
₹ 195
Unit price
Save 0%
Tax included.
Author | Devi Vanamali |
Publisher | Manjul Prakashan |
ISBN | 9788183227322 |
Item Weight | 0.235 kg |
![Devi Vanamali'S Sri Shiv Lila (Hindi)](http://rekhtabooks.com/cdn/shop/products/koiTkprL47_b5a13025-803f-41f8-be6c-d04058a39b38.jpg?v=1680012408&width=360)
Devi Vanamali'S Sri Shiv Lila (Hindi)
Product description
Shipping & Return
Offers & Coupons
श्री शिवा लीला वनमाली "शिव की कथा सुनने मात्र से व्यक्ति एक राजसूय यज्ञ और एक सौ अग्निष्टोम यज्ञों को करने से मिलने वाले पूण्य का भागीदार हो जाता है I""कलयुग में शिव पुराण के श्रवण से बड़ा मोक्ष प्राप्ति का कोई दूसरा सत्कर्म नहीं हैं I"- शिव महापुराण हिन्दू देवताओं में सबसे प्राचीन और अन्तर्भूत देवता शिव को अनेक परस्पर विरोधी रूपों में चित्रित किया गया है : संहारकर्ता और कल्याणकारी, वैरागी और ग्रहस्थ, भयानक राक्षसों का वध करने वाले और कैलाश की चोटी पर ध्यानमग्न प्रशान्तचित योगी I हिन्दुओं के पवित्र ग्रन्थ शिव महापुराण से (जिसके बारे में मन जाता है कि उसकी रचना स्वयं शिव ने की है) वनमाली ने शिव की महत्वपूर्ण कथाओं को चुना है, जिनमें उनका स्याह और निरंकुश पक्ष भी उभरता है और कल्याणकारी तथा सौम्य पक्ष भी I वनमाली ने शिव के अनेक अवतारों की चर्चा की है जिनमें उनके शम्भुनाथ और भोला के अवतार भी शामिल हैं और दक्षिणामूर्ति अवतार भी, जिन्होंने ऋषियों को शास्त्रों और तन्त्रों की शिक्षा दी I उन्होंने दुर्गा, शक्ति, सती और पार्वती तथा उनके पुत्रों गणेश और कार्तिकेय के साथ शिव के संबंधों की व्याख्या की है I शिव द्वारा विजांतीय शक्तियों को दी गई स्वीकृति की गहराई में जाते हुए वनमाली हमें बताती हैं कि क्या कारण हैं कि भूत-प्रेत और पिशाच उनके गण हैं तथा राक्षसराज रावण जैसे लोग उनके परम भक्त हैं I अपने इस विमर्श में उन्होंने गंगा-अवतरण और समुद्र-मन्थन जैसी कथाओं के साथ-साथ उन कथाओं को भी शामिल किया है जो हमें दीपावली जैसे पर्वों के उद्गम तथा अलौकिक युगल की रचना जैसी बातों के अलावा इस बारे में भी बताती है कि किस तरह शिव और पार्वती ने संसार को कुण्डलिनी-शक्ति के रहस्यों की शिक्षा दी I पाश्चात्य विज्ञानऔर वैदिक विज्ञानं के बीच के अंतर तथा चेतना के उद्गम को लेकर की गयी इन विज्ञानों की व्यख्याओं को दर्शाने के लिए लेखिका ने शैव दर्शन का भी बेहतर उपयोग किया है I शिव के उग्र और शान्त सोनो पक्षों का संयोजन करते हुए लेखिका बताती हैं कि किस प्रकार शिव के रूप भक्तों की ज़रूरतों के अनुसार बदलते रहते हैं I शिव के उपदेशों की समझ हमें मानव - जीवन के समस्त दुखों और वियोगों के मूल में बैठ भ्रमो के पार देखने में समर्थ बनाती है, क्योंकि शिव स्वयं ही वे मानवीय हैं जिन पर माया का कोई प्रभाव नहीं पड़ता I जहाँ गणेश विघ्न-विनाशक के रूप में जाने जाते हैं, वहीँ शिव अश्रु-विनाशक कहे जाते हैं I
- Over 27,000 Pin Codes Served: Nationwide Delivery Across India!
- Upon confirmation of your order, items are dispatched within 24-48 hours on business days.
- Certain books may be delayed due to alternative publishers handling shipping.
- Typically, orders are delivered within 5-7 days.
- Delivery partner will contact before delivery. Ensure reachable number; not answering may lead to return.
- Study the book description and any available samples before finalizing your order.
- To request a replacement, reach out to customer service via phone or chat.
- Replacement will only be provided in cases where the wrong books were sent. No replacements will be offered if you dislike the book or its language.
Note: Saturday, Sunday and Public Holidays may result in a delay in dispatching your order by 1-2 days.
Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.
Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.
You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.