Kapal Kundla
Regular price
₹ 150
Sale price
₹ 150
Regular price
Unit price
Save
Tax included.
Author | Bankimchnadra Chattopadhyay |
Language | Hindi |
Publisher | Prabhakar Prakashan |
Pages | 128 |
ISBN | 978-9390963171 |
Book Type | Paperback |
Item Weight | 0.4 kg |
Dimensions | 13.97 x 0.71 x 21.59 cm |
Edition | 1st |
Kapal Kundla
Product description
Shipping & Return
Offers & Coupons
खेत में बीज पड़ जाए तो वह अपने आप अंकुरित हो जाता है। जब बीज अंकुरित होता है, तब कोई जान नहीं पाता- कोई देख नहीं पाता। किन्तु एक बार बीज पड़ जाए और बीज डालने वाला कहीं भी क्यों न रहे धीरे-धीरे अंकुर से वृक्ष सिर ऊँचा कर खड़ा हो जाता है। शुरू में वृक्ष उंगली बराबर होता है, जिसे देखकर भी कोई देख नहीं पाता। क्रमशः वह तिल-तिल बढ़ता जाता है और फिर वृक्ष आधा हाथ, एक हाथ, दो हाथ के बराबर हो जाता है। तब भी अगर उससे किसी की स्वार्थ-सिद्धि की संभावना न रहे तो उसकी ओर कोई देखता नहीं या देखकर भी नहीं देखता। - बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय
- Sabr– Your order is usually dispatched within 24 hours of placing the order.
- Raftaar– We offer express delivery, typically arriving in 2-5 days. Please keep your phone reachable.
- Sukoon– Easy returns and replacements within 7 days.
- Dastoor– COD and shipping charges may apply to certain items.
Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.
Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.
You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.