Look Inside
Asahaj Padosi Bharat aur Cheen
Asahaj Padosi Bharat aur Cheen

Asahaj Padosi Bharat aur Cheen

Regular price ₹ 380
Sale price ₹ 380 Regular price ₹ 400
Unit price
Save 5%
5% off
Tax included.
Size guide

Pay On Delivery Available

Rekhta Certified

7 Day Easy Return Policy

Asahaj Padosi Bharat aur Cheen

Asahaj Padosi Bharat aur Cheen

Cash-On-Delivery

Cash On Delivery available

Plus (F-Assured)

7-Days-Replacement

7 Day Replacement

Product description
Shipping & Return
Offers & Coupons
Read Sample
Product description

सन् 1962 के युद्ध के पाँच दशक बाद भी भारत और चीन के संबंध असहज बने हुए हैं। राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों के बढ़ने के बावजूद दोनों देशों के बीच अविश्वास बना हुआ है। बाहरी तौर पर दोनों देशों के नेता संबंध मजबूत करने की प्रतिबद्धता जाहिर करने में कभी नहीं चूकते, लेकिन दोनों ही जानते हैं कि उनके बीच एक ऐसी विशाल खाई है, जिसे पाटना कठिन है।दूसरी सहस्राब्दी के अंत में और बीसवीं शताब्दी के मध्य में, भारत और चीन, दोनों ही स्वतंत्र सत्ता केंद्रों के रूप में दोबारा उभरे, जो अपनी तुलनात्मक आबादी और संसाधनों के बल पर आगे बढ़ने के इच्छुक हैं। इस कारण से दोनों देश एक बार फिर एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी बन गए।चीन और भारत ने चालीस के दशक के अंत में स्वतंत्रता के बाद पूरी तरह से राजनीतिक तंत्र अपनाए। पचास के दशक में तिब्बत पर चीन के कब्जे एवं सन् 1962 के भारत-चीन युद्ध ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया। सन् 1962 के युद्ध ने आग में घी का काम किया।प्रस्तुत पुस्तक में सन् 1962 के युद्ध का इतिहास बताया गया है और अपने पड़ोसी को सही तरह से समझने में भारत की असफलता को उजागर किया गया है। भारत को अपनी इस असफलता का नुकसान लगातार उठाना पड़ रहा है, क्योंकि चीन ने युद्ध के बाद भी वही रास्ता अपना रखा है, जो उसने युद्ध के पहले अपनाया था। यह स्थापित करती है कि दोनों देश एक-दूसरे के प्रचंड विरोधी बने रहेंगे और ऐसे में भारत के लिए यह जरूरी है कि वह अपने असहज पड़ोसी देश चीन की सोच, रणनीति और बदमिजाजी को समझे।__________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________अनुक्रम1. चेतावनी, चेतावनी, चेतावनी — Pgs. 72. तिब्बत का इतिहास—संप्रभु या अधीन? — Pgs. 223. नेहरू का साम्यवाद प्रेम — Pgs. 304. तिब्बत नीति—ब्रिटिश से नेहरू तक — Pgs. 365. चीन के निरंतर बढ़ते दावे — Pgs. 496. पंचशील—पाप में जन्म — Pgs. 637. तिब्बत या मैकमोहन रेखा? — Pgs. 708. निर्णायक तीन वर्ष — Pgs. 779. हमले के लिए माओ की तैयारी — Pgs. 8410. वीरता की कहानियाँ — Pgs. 9111. युद्ध और उसके बाद — Pgs. 10012. भारत के पाँचवें स्तंभकार? — Pgs. 10713. अविश्वास प्रस्ताव — Pgs. 11714. पाठ — Pgs. 13115. गँवाए गए अवसर — Pgs. 14116. अपने पड़ोसी को जानो — Pgs. 15117. युद्ध की कला — Pgs. 16118. सामरिक घेराबंदी — Pgs. 17219. दुश्मनों को बढ़ावा — Pgs. 18120. एक सामरिक दृष्टिकोण — Pgs. 19121. समसामयिक चुनौतियाँ — Pgs. 206

Shipping & Return
  • Sabr– Your order is usually dispatched within 24 hours of placing the order.
  • Raftaar– We offer express delivery, typically arriving in 2-5 days. Please keep your phone reachable.
  • Sukoon– Easy returns and replacements within 7 days.
  • Dastoor– COD and shipping charges may apply to certain items.

Offers & Coupons

Use code FIRSTORDER to get 10% off your first order.


Use code REKHTA10 to get a discount of 10% on your next Order.


You can also Earn up to 20% Cashback with POP Coins and redeem it in your future orders.

Read Sample

Customer Reviews

Be the first to write a review
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)

Related Products

Recently Viewed Products